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Tuesday, 16 April, 2024
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ममता और मोदी ने उत्तर बंगाल में शुरू किया कैंपेन, पर जो महत्वपूर्ण उसका ज़िक्र तक नहीं

जलपाईगुड़ी बवंडर मुद्दे पर मोदी को भारी नुकसान हुआ. अपने रैली स्थल से बमुश्किल 125 किलोमीटर दूर बवंडर आने के बावजूद उन्होंने इसके बारे में एक शब्द भी नहीं कहा.

अरविंद केजरीवाल जिस दौर से गुजर रहे हैं उसमें हर पार्टी दोषी है, इसे अलग करके न देखें

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का समय आप के इस आरोप को बल देता है कि भाजपा अपने चुनावी विरोधियों के खिलाफ केंद्र सरकार की एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.

राजनीतिक स्टार्ट-अप के लिए ममता जैसा साहस, NTR जैसी करिश्माई शख्सियत और केजरीवाल जैसी स्मार्ट सोच चाहिए

आप और टीएमसी जैसे स्टार्ट-अप लोकतांत्रिक मुकाबले को और धारदार बनाते हैं. उनमें लड़ने की भावना और विरोध करने ऊर्जा बहुतायत में है.

सेना से रिटायर होने के बाद किसी सियासी दल में शामिल होना सेना का राजनीतिकरण नहीं बल्कि गर्व की बात

सेना के कई सेवानिवृत्त अधिकारी अपनी नेतृत्व क्षमता और अपने अनुभवों के बूते राजनीति के क्षेत्र में सफल हुए हैं. यह समाज और फौजी बिरादरी के लिए भी गर्व का विषय होना चाहिए

मैं 36 सालों तक IAS अधिकारी रहा, यह कभी निराशाजनक नहीं था; संजीव सान्याल ने सिविल सेवा को गलत तरीके से समझा

मैं ऐसे किसी भी व्यक्ति को चुनौती दूंगा जो दावा करता है कि सिविल सेवाएं विकास और इनोवेशन के लिए अवसर प्रदान नहीं करती हैं.

क्यों ‘स्वतंत्र और निष्पक्ष’ चुनाव के न्यूनतम पैमाने पर भी खरा उतरता नहीं दिख रहा 2024 का आम चुनाव

हम एक ऐसी विकट स्थिति की तरफ बढ़ रहे हैं जब चुनाव तो नियमित अंतराल पर होंगे, लेकिन उसमें वोटिंग मशीन का बटन दबाने को छोड़ कर और कुछ भी मुक्त नहीं होगा और वोटों की गिनती को छोड़कर और कुछ भी निष्पक्ष नहीं होगा.

भक्ति काल से बाबू मंगूराम तक, कहां गया जाति-विरोधी इतिहास? यह केवल जुमलों तक ही सीमित रह गया है

राजनीतिक हेरफेर जाति-विरोधी आंदोलनों के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक जटिलताओं के साथ इस तरह से छेड़छाड़ की जो कि उन्हें राजनीतिक लाभ दे सके.

भारतीय साड़ी को लेकर ‘इंडिया आउट’ अभियान से जूझ रहीं शेख हसीना, पर क्या उन्होंने इसे और भी बदतर बना दिया है?

हसीना निःसंदेह पड़ोस में भारत की सबसे अच्छी दोस्त हैं. लेकिन चीन की गहरी जेब और ढाका में बड़े निवेश की बराबरी करना दिल्ली के लिए कठिन है.

मोदी और 600 वकील न्यायपालिका की ‘रक्षा’ के लिए एकजुट, लेकिन धमकी कौन दे रहा है? ज़रा गौर कीजिए

‘प्रतिबद्ध न्यायपालिका’ के बारे में मोदी का ज़िक्र हमें 1970 वाले दशक में ले जाता है जब इंदिरा गांधी की सरकार ने मुख्य न्यायाधीश के पद पर वरिष्ठतम जज को नियुक्त करने की मान्य परंपरा का दो बार उल्लंघन किया था.

जापान द्वारा 17 साल पुरानी सकारात्मक ब्याज दर नीति फिर से अपनाने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ सकता है

इस बीच, यूरोपीय सेंट्रल बैंक और अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन संकेत दिया है कि वे इस साल दरों में कटौती शुरू करेंगे.

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BJP का ‘अब की बार 400 पार’ का नारा कोई नया विचार नहीं है, यह 73 साल पहले की एक राजनीतिक प्रतिज्ञा है

'अब की बार 400 पार' की उत्पत्ति जवाहरलाल नेहरू और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बीच हुई तीखी बहस से हो सकती है, जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू को चेतावनी दी थी कि वह उनकी 'कुचलने वाली मानसिकता' को कुचल देंगे.

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यूपीएससी सिविल सेवा 2023 के परिणाम घोषित, आदित्य श्रीवास्तव ने हासिल किया प्रथम स्थान

नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2023 के नतीजे घोषित कर दिये, जिसमें आदित्य...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.