मस्जिदों से यूपीएससी कोचिंग संस्थान का संचालन देखने-सुनने में बुरा लग सकता है, लेकिन यह अपर्याप्त धर्मनिरपेक्षीकरण का नतीजा है, नकि धर्मनिरपेक्ष शासन में घुसपैठ की कोई शैतानी साजिश.
भारत की चेतावनी एकदम साधारण-सी है, यदि चीन एलएसी पर आक्रमण करता है तो भारत के साथ संबंध बिगड़ने की कीमत चुकाएगा. लेकिन कीमत क्या होगी यह तय न होने से इसकी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठते हैं.
पश्चिम बंगाल को, जहां अगले वर्ष चुनाव होने हैं, बताया जाना चाहिए, कि अगर बीजेपी जीत जाती है, तो ममता बनर्जी की जगह कौन लेगा, और नरेंद्र मोदी सिर्फ एक प्रभाव का काम करेंगे, वो प्रचार को नहीं चलाएंगे.
आज की सियासत में मुग़ल-विरोधी होना, दरअस्ल मुसलमान-विरोधी भावना को शिष्ट तरीक़े से व्यक्त करना है. इसका न तो इतिहास से कोई लेना-देना है, और न ही योगी आदित्यनाथ की इतिहास की समझ से.
लोकतंत्र के मंदिर संसद में आधा सच या आधा झूठ बोलने के लिए किसी एक मंत्री को हम दोष न दें. आखिर, लोगों को तो कोई शिकायत नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बुलंद है. इसलिए, ‘उत्तर-सत्य’ दौर की राजनीति की हकीकत को कबूल करना सीखिए.
गिलगित-बाल्टिस्तान का पाकिस्तान में 'समावेश' क्षेत्र में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे संबंधी क्रियाकलापों को वैधता प्रधान करेगा, और बीजिंग को वहां अपनी पैठ बढ़ाने का अवसर दे सकेगा.
कोलकाता की समस्याओं का समाधान नागरिक बुनियादी ढांचा, रोजगार, शिक्षा और आवास है, न कि केवल फुटपाथों को फेरीवालों से मुक्त करना. ममता टीएमसी के इतिहास से गलत सबक सीख रही हैं.