दंतेवाड़ा जिले में साक्षरता दर 30 फीसदी है. वहां से आईएएस बनने का सपना देखना बेहद चुनौतीपूर्ण है. नम्रता ने ये मुकाम हासिल कर एक नायाब उदाहरण पेश किया है.
यह सुझाव विशेष रूप से आयरन की गोलियों और पोलियो ड्रॉप्स पर केंद्रित है. क्योंकि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में ये दवाएं मुख्य रूप से बच्चों को दी जाती हैं.