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Friday, 19 April, 2024
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मैं कहीं से भी चुनाव लड़ सकती हूं, लेकिन मतों का विभाजन नहीं चाहती हूं : ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने कहा, मैं सभी क्षेत्रीय दलों आगे बढ़ते देखना चाहती हूं मैंने सभी की मदद की और सभी को एक साथ लाई.

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सिलीगुड़ी : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि वह देश के किसी भी हिस्से से चुनाव लड़ सकती हैं. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया, क्योंकि वे मतों का विभाजन नहीं चाहती हैं राज्यों में क्षेत्रीय दलों को मज़बूत होना जरूरी है.

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा ममता बनर्जी ने कहा ‘मैं कई जगहों से चुनाव लड़ सकती थी. लोगों ने मुझसे पूछा कि मैं चुनाव क्यों नहीं लड़रहीं हूं, क्योंकि हमारी पार्टी टीएमसी को राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता मिली गयी है. मैं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार से चुनाव लड़ सकती थी. अगर मैं जीत रही होती तो, मैं कहीं से भी चुनाव लड़ सकती थी. मैं मतों का विभाजन नहीं चाहती हूं.

बनर्जी ने कहा, ‘मैं चाहती हूँ कि क्षेत्रीय दल आगे बढ़ें. बिहार में लालू यादव, उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश और दिल्ली में आम आदमी पार्टी. मैंने सभी की मदद की और सभी को एक साथ लाई.

ममता ने भाजपा सरकार को हराने के लिए विपक्ष की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, ‘हम असम में 9 सीटों पर, अंडमान में 1, ओडिशा में 2 से 4 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. हम झारखंड से तीन से चार सेटों पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन हमारी वफादारी और हमारा मुख्य फोकस बंगाल पर है. हम राज्य में सत्ता में आने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. बंगाल में विकास के लिए सभी का वोट बहुत महत्वपूर्ण है.

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुखिया ने कहा कि जहां भी क्षेत्रीय दल मजबूत हैं उन्हें अपने क्षेत्र के वोट को नहीं खोना चाहिए. केरल में सीपीएम केरल में ही है लेकिन देश भर में कही और नहीं है. यहां तक ​​कि कांग्रेस भी कुछ नहीं कर सकती है. दूसरे राज्यों में जो कुछ भी उनके पास है, वहां से लड़ने दें. हमारे लिए ये कोई मुद्दा नहीं है. लेकिन, जहां पर मैं मजबूत हूं, आप कांग्रेस को वोट क्यों देंगे. चंद्रबाबू नायडू मजबूत हैं तो आप किसी अन्य पार्टी को क्यों वोट देंगे.

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ममता ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हमला करते हुए कहा, ‘भाजपा ने व्यापारियों, किसानों , उद्योगपति, युवा पीढ़ी और मां-बेटी को लूटा है. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग अत्याचार का सामना कर रहे हैं. हम इसकी अनुमति नहीं देंगे. हम डॉ आंबेडकर के नक्शेकदम पर चलेंगे. किसी भी राजनीतिक दल को अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने का अधिकार नहीं है.’

उन्होंने यह भी कहा, मोदी हमें बताने वाले कौन हैं? कि कौन क्या खायेगा हमें वही खाना होगा, जो हम चाहते हैं मेरी पसंद है कि मैं शाकाहारी खाना या नॉनवेज चाहती हूं. ‘एयर इंडिया यात्रियों को मांसाहारी भोजन नहीं देता है। यह वैसा ही है जैसा कि वह (पीएम मोदी) सभी को खिलाना चाहते हैं.’

उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए खतरनाक है ‘आरएसएस नाम की एक पार्टी है जो “डंडा (छड़ी) लिए गुंडों के साथ घूमती है’.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो सबसे प्रमुख धार्मिक त्योहारों – सरस्वती पूजा और दुर्गा पूजा के बारे में अफवाहें फैलाई हैं. टीएमसी मुखिया ने कहा ‘क्या ऐसा है?’ क्या हम दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा नहीं मना रहे हैं? वह हमें हमारे बारे में बताने वाले कौन हैं?’ वह एक भी मंत्र का जाप कर सकते है? उन्होंने हिटलर की तरह व्यवहार करना शुरू कर दिया है.’

पश्चिम बंगाल की 42 संसदीय सीटों के लिए लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल को शुरू हुआ है और यह 19 मई तक सभी सात चरणों में चलेगा. परिणाम 23 मई को घोषित किए जाएंगे.

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