पाकिस्तान ने जाधव को कांसुलर एक्सेस देने के लिए कुछ शर्तें लगाई थी और यह स्पष्ट करने से भी इनकार कर दिया है कि क्या मामले को सैन्य अदालत से दीवानी अदालत में स्थानांतरित करने की योजना है.
पिछले कुछ सालों से बीएचयू लगातार सुर्खियों में रहा है. शिक्षक और प्रशासन द्वारा छात्र-छात्राओं के साथ बुरा बर्ताव और शोषण के आरोपों के कारण बीएचयू की लगातार किरकिरी हो रही है.
चीन भारत को अपने ‘त्रिशूल’ से दबाने के लिए पाकिस्तान का सस्ते में इस्तेमाल करता रहा है. यह मान लेना मुफीद होगा कि चीन पाकिस्तान को अब अपने पश्चिमी थिएटर कमांड के रूप में देखता है.