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Thursday, 9 May, 2024
होमदेशअपराधविधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दर्ज हुआ मुकदमा, सिक्योरिटी वालों ने ही बताई थी पीड़िता की लोकेशन

विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दर्ज हुआ मुकदमा, सिक्योरिटी वालों ने ही बताई थी पीड़िता की लोकेशन

उन्नाव रेप केस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक जिसमें वे कहते थे, 'आप लोगों को अगर जीना है तो सारे केसों में अदालत में बयान बदल दो.'

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नई दिल्ली/लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव रेप मामले में पीड़िता के चाचा महेंद्र सिंह की शिकायत पर सोमवार को रायबरेली से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. उन पर धारा 302, 307, 506, 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. सेंगर समेत 10 नामजद और 15 से 20 अन्य लोगों पर भी हत्या, जान से मारने, जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज किया गया है. एफआईआर के मुताबिक सिक्योरिटी वालों ने ही सेंगर को पीड़िता के लोकेशन की जानकार दी थी.

news on crime
स्वराज अभियान संगठन के नेता योगेंद्र यादव व अन्य उन्नाव रेप पीड़िता के लिए दिल्ली के इंडिया गेट पर लाइट मार्च करते हुए | सूरज सिंह बिष्ट

पीड़िता के प्रति सहानिभूति जताने के लिए शाम को स्वराज अभियान संगठन के नेता योगोंद्र यादव ने दिल्ली के इंडिया गेट पर एक मार्च निकाला. मार्च में शामिल लोगों ने मोबाइल की लाइट जलाकर अपनी संवेदना प्रकट की और पीड़िता के प्रति एकजुटता के लिए नारे लगाए.

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स्वराज अभियान संगठन के नेता योगेंद्र यादव व अन्य उन्नाव रेप पीड़िता के लिए दिल्ली के इंडिया गेट पर लाइट मार्च करते हुए | सूरज सिंह बिष्ट

मार्च के दौरान साथ लेकर चल रहे बैनर पर लिखा था- उन्नाव रेप पीड़िता के साथ खड़ें हैं हम सब, तुम अकेली नहीं हो.

इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर भाजपा पर तंज कसा है. उन्होंंने कहा है, ‘भारतीय महिलाओं के लिए एक नया स्पेशल एजुकेशन बुलेटिन. सवाल मत पूछो अगर बीजेपी विधायक रेप का आरोपी है.’

अगर जीना है तो बदल लो बयान

दर्ज एफआईआर में विधायक सेंगर की ओर से धमकी देने का आरोप है जिसमें वे कहते हैं, ‘आप लोगों को अगर जीना है तो सारे केसों में अदालत में बयान बदल दो.’

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’15 से 20 लोग पीड़िता व परिजनों कहते थे कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से सुलह कर लो नहीं तो तुम सारे लोगों को किसी न किसी तरह घूमते-फिरते मरवा दिया जाएगा.’

‘वे धमकी देते थे कि महेस सिंह की पैरोकारी करना व उनसे मिलना बंद कर दो उसे हम लोगों ने जेल में रखने का प्रोग्राम बनाया है. वो जब छूटकर 15-20 साल में बाहर आएगा तो उसका भी काम तमाम कर दिया जाएगा.’

पीड़िता के चाचा ने यह भी आरोप लगाया है, ‘विधायक के व्यक्तियों द्वारा मेरी पत्नी पुष्पा सिंह, पीड़िता, महेंद्र सिंह, सीला सिंह जो कि सारे केसों की पैरोकारी करती थी सब की हत्या की नीयत से गाड़ी से टक्कर मरवा दी जिसमें मेरी पत्नी पुष्पा सिंह, सीला सिंह की मौत हो गई. पीड़िता व महेंद्र सिंह ट्रामा सेंटर में मौत से जूझ रहे हैं.’

यह कहती है कानून की धारा 

भारतीय दंड संहिता की धारा—302 मर्डर के आरोपियों पर लगाई जाती है. इस मामले में विशेष तौर पर मर्डर करने के इरादे और मकसद पर ध्यान दिया जाता है. इसके तहत पुलिस को सबूतों के आधार पर यह साबित करना होता है कि मर्डर आरोपी ने किया है. उसके पास मर्डर करने का मकसद था और मर्डर करने का इरादा भी रखता था. अगर आरोपियों पर दोष सिद्ध हो जाता है तो उसे उम्रकैद या फांसी की सजा और जुर्माना हो सकता है.

जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति की हत्या की कोशिश करता है और वह हत्या करने में असफल रहता है तो ऐसा अपराध करने वाले व्यक्ति पर भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के मुकदमा चलाया जाता है. इस धारा के तहत दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति पर 10 साल की सजा, जुर्माना और उम्रकैद की सजा हो सकती है.

यदि कोई व्यक्ति किसी भी व्यक्ति को आग से जलाने, प्रॉपर्टी को आग लगाकर खत्म करने, रेप करने सहित इस प्रकार की धमकियां देता है तो इसे कानून के तहत क्रिमिनल धमकी माना जाता है. इस तरह केस में धारा 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है. इस धारा के तहत सजा और जुर्माने का प्रावधान है.

किसी भी अपराध को करने के लिए जब साझा साजिश रची जाती है तो मामला क्राइम की श्रेणी में आता है. इस तरह के मामलों में भारतीय दंड संहिता की धारा 120 ए और 120 बी का प्रावधान है. इस केस में आरोपियों की संख्या एक से ज्यादा होती है. इसमें किसी व्यक्ति का साजिश में शामिल होना भी गुनाह माना जाता है. इस तरह के केस में शामिल व्यक्ति को फांसी, उम्रकैद या दो वर्ष या उससे अधिक जेल का प्रावधान है.

योगी सरकार पर विपक्ष ने साधा निशाना 

रेप पीड़िता पर दुर्घटना के मामले में विपक्ष ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस विधायक अजय कुमार लल्लू ने कहा के उत्तर प्रदेश में गुंडा राज चल रहा है. बेटी बचाओ का अभियान चलाने वाली सरकार के विधायक से ही बेटियां सुरक्षित नहीं है.

समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील सिंह साजन का कहना है कि बीजेपी की एक धड़ा सेंगर को बचाने में जुटा हुआ है. अभी तक इस मामले में सरकार ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.

वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पीडिता को देखने ट्रामा सेंटर पहुंची. पीड़िता को देखने के बाद मालीवाल ने कहा कि पीडिता की हालत बहुत गंभीर है. उसे एयरलिफ्ट करवा कर दिल्ली में इलाज करवाना चाहिए. इस बारे में उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है.

इस पूरे मामले में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हरीश श्रीवास्तव ने कहा कि मामले की जांच जारी है. सेंगर इस मामले में दोषी पाए जाते है तो पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी.

यह था मामला

बता दें कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता रायबरेली में रविवार को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है. वहीं, गंभीर रूप से घायल रेप पीड़िता व उसके वकील को लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है.

स्थानीय लोगों के मुताबिक उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के चाचा जेल में बंद हैं. चाचा से मिलने के लिए पीड़िता, उसकी मां, मौसी, चाची और वकील रायबरेली जेल जा रहे थे. रायबरेली जिले के एनएच 32 पर गुरबख्श गंज थाना इलाके के अटोरा गांव के पास बारिश के दौरान कार व ट्रक में टक्कर हो गई.

गनर नहीं थे साथ

उन्नाव रेप पीड़िता को प्रशासन की तरफ से सुरक्षाकर्मी भी मुहैया कराए गए थे. लेकिन हादसे के वक्त वो उनके साथ नहीं थे. सुरक्षाकर्मियों के साथ नहीं होने पर आईजी ने कहा कि रेप पीड़िता की कार में जगह नहीं होने के कारण उनके साथ गनर नहीं जा पाए थे.

मामले की निष्पक्ष और जल्दी जांच हो: राष्ट्रीय महिला आयोग 

इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से कहा है कि वह यह सुनिश्चित करें कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की दुर्घटना के मामले में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शीघ्र जांच हो.

पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह को भेजे एक पत्र में महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट के आधार पर हमने मामले में स्वत: संज्ञान लिया है. आग्रह है कि यह सुनिश्चित करें कि मामले की स्वतंत्र, निष्पक्ष और शीघ्र जांच हो.आरोपियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए.

लोकसभा में गूंजा मामला, अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी ने साधा निशाना

समाजवादी पार्टी के सांसद व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की सड़क दुर्घटना के मुद्दे को सोमवार को लोकसभा में उठाया, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने इस घटना पर उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया. अखिलेश यादव ने यह मुद्दा तब उठाया, जब उनके पार्टी के सदस्य आजम खान को भाजपा सदस्य रमा देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा गया.

अखिलेश ने कहा, ‘आजम खानजी ने वहीं कहा, जो वह कहना चाहते थे. उन्नाव की बेटी के बारे में क्या कहेंगे? हमें उस बारे में भी बात करनी चाहिए.’ हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने अखिलेश यादव को सड़क दुर्घटना के बारे में बोलने की अनुमति नहीं दी.

अखिलेश ने रविवार को आरोप लगाया था कि यह महिला की हत्या की साजिश हो सकती है, जिसने भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर 2017 में दुष्कर्म का आरोप लगाया था. अखिलेश ने इस दुर्घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.

इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर कहा, ‘एक महिला से कथित तौर पर भाजपा विधायक ने दुष्कर्म किया. उसके पिता को पीटा गया और हिरासत में मौत हो गई.’

उन्होंने कहा, ‘एक प्रमुख गवाह की रहस्यमय तरीके से बीते साल मौत हो गई. अब उसकी चाची जो एक गवाह थीं, मारी गईं और उसका वकील अब एक ट्रक द्वारा दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल है. ट्रक का नंबर प्लेट काला किया गया है. वह खुद इस दुर्घटना में बुरी तरह से घायल है.’

उन्होंने कहा कि आरोपी भाजपा का विधायक है और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार फिर भी  ‘निडर उत्तर प्रदेश’ अभियान चलाने का साहस रखती है.’

उन्होंने कहा, ‘क्या इसका अपने नागरिकों के प्रति कोई नैतिक कर्तव्य नहीं है या इसके एजेंडे में यह किसी भी रूप में कभी नहीं था.’ सड़क दुर्घटना को एक हैरान करने वाली घटना बताते हुए उन्होंने इस मामले में चल रही सीबीआई जांच के बारे में भी सवाल किया.

उन्होंने सवाल किया, ‘भाजपा विधायक अभी भी भाजपा में क्यों है. पीड़ित व गवाहों की सुरक्षा में कमी क्यों है. क्या इन सवालों के जवाब बगैर भाजपा सरकार से न्याय पाना संभव है?’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि अगर उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित का परिवार चाहे तो उनकी सरकार हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश करने को तैयार है.

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