भागवत ने इस दौरान लाल कृष्ण आडवाणी को भी याद किया और कहा, 'आडवाणी जी आज अपने घर में बैठकर इस कार्यक्रम को देख रहे होंगे. राम मंदिर कई लोगों के प्रयास का फल है और इसके लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया है.
प्रयागराज से अयोध्या आए विकास कुमार ने कहा, 'आज सब काफी भावुक हैं इसलिए कोरोना गाइडलाइंस नहीं फाॅलो कर पा रहे हैं. ऐसा ऐतिहासिक पल कई युगों के बाद आया है.'
एआईएमपीएलबी के महासचिव ने कहा, ‘जैसा कि सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च है, हमारे पास फैसले को स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. पर यह एक अन्यायपूर्ण और अनुचित था.’