चार वर्षों में 78 यात्रियों को स्टेशन या ट्रेन में छूटी चीज़ें सही-सलामत उनके मालिक तक पहुंचाया जा चुका है. इन सामानों में मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप, बैग, ज़रुरी दस्तावे़ज़ और गहने भी शामिल हैं.
भारतीय किसान संगठन के प्रमुख पूरन सिंह ने कहा अगर सरकार हमारी सारी मांगों को मान लेती है तो हम अपने आंदोलन को वापस ले लेंगे. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो हम फिर से सहारनपुर से आंदोलन को शुरू करेंगे.
ह्यूस्टन क्रॉनिकल के अनुसार अमेरिका में रहने वाले दो लोगों ने कोर्ट में यह मुकदमा दायर किया है. यह दोनों कश्मीर खालिस्तान रेफरेंडम फ्रंट से जुड़े हुए हैं.
जीएसटी परिषद ने मांग बढ़ाने के लिए कई वस्तुओं और सेवाओं पर कर घटा दिया है. जीएसटी दर में कटौती से जिन क्षेत्रों को फायदा होगा, उसमें होटल, रत्न और आभूषण, रक्षा और वाहन प्रमुख हैं.
अनुच्छेद 370 को खत्म किये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बलों से कम सम्मान मिल रहा है उन्हें जम्मू कश्मीर के निवासियों से बचने के लिए अतिरिक्त कदम उठाना पड़ता है.
स्वामी चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह नौ बजे उनके आश्रम से गिरफ्तार किया गया था और उन्हें स्थानीय न्यायालय ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेजा दिया था.
जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में किसानों के लिए ‘एमएसपी’ की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन 2020-21 में नए कृषि कानूनों के खिलाफ चले आंदोलन की छाया मात्र है क्योंकि एमएसपी आज पहले की तरह प्रमुख मुद्दा नहीं रह गया है.