अब तक जो कुछ हमने देखा वह प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर राज्य पुलिस और एसपीजी दोनों की अविश्वसनीय विफलता बताती है लेकिन किसी प्रधानमंत्री की सुरक्षा को राजनीतिक ध्रुवीकरण का मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए
एनआईए के मुताबिक, ‘लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट में मुल्तानी की संलिप्तता पर अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है.’ जांच एजेंसी का यह भी कहना है कि वह पहले कभी उसके रडार पर नहीं रहा. हालांकि, पंजाब पुलिस के पास उसका रिकॉर्ड है.
'द साइलेंट कू- हिस्ट्री ऑफ इंडियाज़ डीप स्टेट' में सुरक्षा और गैर-सुरक्षा प्रतिष्ठानों का बीते कुछ दशकों में कैसा काम रहा और उसका आम जिंदगियों, राजनीति, समाज पर किस तरह का असर पड़ा है, लेखक-पत्रकार जोसी जोसेफ ने उसे दर्ज किया है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने डिजिटल तरीके से इसका उद्घाटन किया. लेकिन हमने पहले ही इसका उद्घाटन महामारी के प्रकोप के दौरान कर दिया था. कोविड में इससे बहुत मदद मिली.
अधिकारियों ने बताया कि बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय मलूजा और पांच अन्य अधिकारी पीएम की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे और उन्हें नोटिस का जवाब देने को कहा गया है.
कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के तेजी से फैलने के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर पाबंदियां बढ़ाते हुए इस सिलसिले में संशोधित दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
इस नई दुनिया में ‘पॉपुलिज़्म’ वाम, दक्षिण, मध्य, सभी मार्गों को ध्वस्त कर रहा है. बेशक हर एक देश, मतदाता समूह, और समाज के लिए यह अलग-अलग रूप में उभर रहा है, इसका आकर्षण और इसकी सफलता इसके प्रयोग में निहित है. यह आपके दिल या दिमाग पर ज्यादा बोझ नहीं डालता.