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Saturday, 1 February, 2025
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आरबीआई ने रेपो रेट में की 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती, होम लोन हो सकता है सस्ता

आरबीआई अपनी मौद्रिक नीति की बैठक में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर दी है. उम्मीद है कि उससे होम लोन सस्ता हो सकता है.

टॉयलट साफ करने की नौकरी के लिए लाइन में लगे सैंकड़ों इंजीनियर और एमबीए

नेशनल सैंपल सर्वे आफिस की एक रिपोर्ट लीक हुई जिससे खुलासा हुआ कि वर्ष 2017-18 के दौरान भारत में बेरोजगारी दर बीते 45 वर्षों में सबसे ज्यादा रही है.

अंतरिम बजट में दी गई कर की छूट, मध्यम वर्ग को राहत देगी : राजस्व सचिव

नई दिल्ली: राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे ने मोदी सरकार पर लगे आरोपों का खंडन किया है, वहीं अंतरिम बजट में दी गयी रियायतों...

अंतरिम बजटों की तो छोड़िए, हाल के वर्षों में पूर्ण बजट भी इतने उदार नहीं रहे हैं

बजट में उठाए कदम से अगर लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को अभी भी आवश्यक संख्या में वोट नहीं मिले तो मोदी सरकार से मोहभंग का स्तर और व्यापक हो सकता है.

बजट आने के बाद अब जानिए क्या आप वाकई टैक्स बचा पाएंगे?

पिछले 10 सालों में करदाताओं की संख्या 3.79 करोड़ से बढ़कर 6.85 करोड़ हो गई है. यह अर्थव्यवस्था के औपचारिकरण और जनता की स्वीकृति के कारण संभव हुआ है.

राहुल बोले- ये आखिरी जुमला बजट, भाजपा बोली- तुम नहीं समझोगे

आम बजट को लेकर राहुल गांधी और भाजपा में छिड़ा ट्विटर युद्ध, बजट की आलोचना के जवाब में भाजपा ने उड़ाया राहुल गांधी का मजाक.

अंतरिम बजट को किसी ने सराहा तो किसी ने निराश करने वाला बताया

अंतरिम बजट को लेकर लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया आई है. कई लोगों ने इसे सराहा तो कुछ लोगों ने इसे निराश करने वाला बताया.

मुंबई के उद्योग जगत ने कहा, जैसी उम्मीद थी वैसा है बजट

आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने बजट पेश किया है. ज्यादातर कारोबारियों ने इसे बाजार के बेहतरी वाला बताया.

बजट पर बोले मोदी, हमारी सरकार की योजनाओं ने देश के हर व्यक्ति का ध्यान रखा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान उन्नति से लेकर, इनकम टैक्स से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक, हाउसिंग से लेकर हेल्थ केयर तक सभी का ध्यान रखा गया है.

मज़दूरों-किसानों के लिए इतनी बड़ी पहल आज के पहले कभी नहीं हुई: वित्त मंत्री

वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, हमारी कोशिश है कि विकास देश के हर नागरिक तक पहुंचे. इस बजट ने हर नागरिक तक लाभ पहुंचाने का काम किया है.

मत-विमत

मैं मूर्ति-सुब्रह्मण्यम से सहमत हूं: कामयाबी 9-5 से परे है, लेकिन लंबी शिफ्ट के लिए दबाव नहीं डाला जा सकता

कॉर्पोरेट वालों की मलामत करना आसान है. लेकिन अपने उद्यमियों, संपदा और रोजगार पैदा करने वालों को प्यार और सम्मान न देने वाला समाज निम्न-मध्यवर्गीय आय के खांचे में ही अटके रहने को अभिशप्त होता है.

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राजनीति

देश

दलहन, बीज और प्रौद्योगिकी पर बजट का जोर स्वागतयोग्य, कुछ चिंताएं अभी बाकी : कृषि उद्योग

नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) उद्योग जगत के लोगों ने शनिवार को केंद्रीय बजट 2025-26 की कृषि पहल का स्वागत किया है। उन्होंने...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.