नीतियां ज़मीनी वास्तविकताओं की समझ वाले विशेषज्ञों द्वारा, पर्याप्त विचार-विमर्श के बाद बनाई जानी चाहिए. नेताओं को चाहिए कि वे इनकी जिम्मेदारी लें और समय रहते बदलावों के बारे में कारोबारियों को सूचित करें.
2010 में जब मैं सीआरपीएफ में तैनात था, तब मैंने ऑपरेशन ग्रीन हंट के दौरान नक्सलियों के खिलाफ भारत की लंबी लड़ाई को खुद देखी थी. अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं.
आईजी ने दिप्रिंट को दिए इंटरव्यू में यह बात कही. यह बात सुरक्षा बलों द्वारा अबूझमाड़ में 3 दिन तक चली मुठभेड़ में बसवराजू और 26 अन्य माओवादियों को मार गिराने के 10 दिन बाद आई है.