एम्स ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि जब डॉक्टरों को पता चला तब तक, बच्चे की नाड़ी गायब थी, हाथ-पैर ठंडे थे, बच्चा सांस नहीं ले रहा था और उसके होंठ और उंगलियां पीले हो गए थे. उसे तुरंत सीपीआर दिया गया. इस दौरान फ्लाइट में ही IV कैनुला दिया गया.
नोवो नॉर्डिस्क का कहना है कि परीक्षणों के नतीजे बताते हैं कि 2.4 मिलीग्राम की खुराक से दिल से जुड़ी बीमारियों को 20% तक कम किया जा सकता है, और अध्ययन को साल के अंत तक प्रकाशित किया जाएगा.
मल्टीसेंटर स्टडी, जो सैन फ्रांसिस्को स्थित रोग नियंत्रण केंद्र (CDC) और सात अन्य साइटों के साथ मिलकर महामारी जैसे विषयों पर रिसर्च करता है, ने इसके बारे में एक स्टडी प्रकाशित की है.
आईसीएमआर समर्थित अध्ययन में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि पोषण संबंधी सहायता ट्यूबरक्लोसिस को रोकने में मदद कर सकती है, खासकर भारत जैसे देशों में जहां अल्पपोषण और टीबी दोनों का प्रसार ज्यादा है.
टोनर केवल स्किन की समग्र उपस्थिति को बढ़ा सकते हैं और एक अस्थायी कसाव दे सकते हैं. सैलिसिलिक एसिड, रेटिनॉल, लेजर ट्रीटमेंट्स और माइक्रोनीडलिंग काम कर सकते हैं.
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार, 15-24 आयु वर्ग की 78 प्रतिशत महिलाएं अपने मासिक धर्म चक्र के दौरान स्वच्छ तरीका अपनाती हैं. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 की तुलना में इसमें 58 प्रतिशत से वृद्धि देखी गई है.
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 के अनुसार, लगभग 150 मिलियन भारतीय किसी न किसी प्रकार की मानसिक बीमारी से प्रभावित हैं. समिति का कहना है कि देश में लगभग 9,000 मनोचिकित्सक हैं.
पिछले हफ्ते 'अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन' में प्रकाशित अपनी तरह का पहला अध्ययन था, जिसे इटेलियन शोधकर्ताओं द्वारा 1,000 से अधिक प्रतिभागियों के बीच आयोजित किया गया था.