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Monday, 24 February, 2025
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‘कूड़े के ढेर, हर जगह ठेले, बैन के बाद भी सड़कों पर गाड़ियां’, टूट चुका है चांदनी चौक को बदलने का सपना

अपने बहुचर्चित कायाकल्प के तीन साल बाद, चांदनी चौक की पुरानी अव्यवस्था फिर से वापस आ गई है. अब, यह ‘पहले की तरह ही भीड़भाड़ वाला और गंदा’ है, ठीक उन साइनबोर्ड के नीचे जो बदलाव का वादा करते हैं.

जींद एसपी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाला पत्र किसने लिखा? कोई नहीं आया सामने

फतेहाबाद एसपी आस्था मोदी, जो आरोपों की जांच कर रही हैं, ने अब तक 19 महिला पुलिसकर्मियों से पूछताछ की है, जिनके नाम पत्र में उल्लिखित नामों से मेल खाते हैं.

‘यह डेमोग्राफी के लिए खतरा’ — कश्मीरी सिखों का सवाल धर्मांतरण से बेटियों को कैसे बचाएं

अभी तक कोई भी राजनीतिक रूप से भारी शब्द ‘लव जिहाद’ का इस्तेमाल नहीं कर रहा है, लेकिन मुट्ठी भर धर्मांतरण ने जो चिंताएं फैलाई हैं, उसने कश्मीर संघर्ष में दशकों से स्थापित की गई नाजुक शांति में उथल-पुथल मचा दी है.

मुगल इतिहासकार स्वप्ना लिडल लुटियंस दिल्ली की नई पहचान हैं, वे इतिहास के विवादों में नहीं उलझतीं

किताबों के विमोचन, प्रदर्शनियों से लेकर सम्मेलनों तक — स्वप्ना लिडल का नाम हर महत्वपूर्ण आमंत्रण पर होता है.

झरने, गुफाएं, टाइगर रिजर्व: पर्यटन के जरिए कैसे अपनी छवि बदलने की कोशिश कर रहा है बिहार

बिहार लंबे समय से बनी अपनी नकारात्मक छवि को बदलने की कोशिश कर रहा है और पर्यटन इसका सबसे नया प्रयास है. बड़ी इंडस्ट्रियों के अभाव में राज्य ने राजस्व बढ़ाने का एक आसान तरीका चुना है.

‘ज्यादा फ्रीडम, बिग-बजट फिल्में’, धर्मा प्रोडक्शन में पूनावाला के इन्वेस्टमेंट के क्या हैं मायने

करण जौहर ने हाल ही में सितारों की बढ़ती फीस और बढ़ती लागत के बारे में बात की, जो इंडस्ट्री और फिल्म प्रोडक्शन को प्रभावित कर रही है.

न पर्दे की चिंता, न पुरुषों की घूरती निगाहें — दरियागंज का पर्दा बाग कैसे है महिलाओं की अपनी जगह

दरियागंज का पर्दा बाग पुरानी दिल्ली की महिलाओं के लिए उनकी अपनी आरामदायक जगह है. अन्य सार्वजनिक स्थान ऐसे पुरुषों और महिलाओं से भरे पड़े हैं जो असुरक्षित महसूस कराते हैं.

हिमाचल प्रदेश बन रहा मस्जिद विरोधी हॉटस्पॉट, पहाड़ी राज्य में नई सांप्रदायिक राजनीति कैसे ले रही आकार

शिमला के संजौली इलाके में एक मस्जिद के विस्तार को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन तेज़ी से दूसरे जिलों में भी फैल गया और अब तक करीब आधा दर्जन मस्जिदें निशाने पर हैं.

सरकारी टीचर की नौकरी नहीं रही आसान, स्कूल से लेकर घर तक बस — काम ही काम

स्वच्छता पखवाड़ा आयोजित करने से लेकर वीरगाथा प्रोजेक्ट को पूरा करने, छात्रों को खाता खोलने के लिए प्रेरित करने तक, स्कूल के टीचर्स नॉन-टीचिंग कार्यों में बहुत समय बिता रहे हैं.

‘हर वक्त स्ट्रैस, आठ से बढ़कर 12 घंटे काम’ — PSU बैंक कर्मचारी की सरकारी नौकरी नहीं है आसान

सरकारी बैंक के कर्मचारी म्यूचुअल फंड, बीमा बेचते हैं और कभी लॉग आउट नहीं करते. उनके पास मुश्किल टारगेट और ‘हर महीने बेस्ट परफॉर्मेंस’ के प्राइज़ का स्ट्रेस भी है.

मत-विमत

प्रकृति लम्साल की आत्महत्या के बाद KIIT यूनिवर्सिटी में नेपाल के छात्रों ने कहा — ‘माफी काफी नहीं’

छात्रों ने कहा कि केआईआईटी यूनिवर्सिटी द्वारा उन्हें बेदखल करने के आदेश के बाद उन्हें नेपाल लौटने के लिए उधार लेना पड़ा, जिसके कारण नेपाल के प्रधानमंत्री ने दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को भुवनेश्वर भेजा.

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राजनीति

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काशी तमिल संगमम: जयशंकर, 45 राजदूतों ने बीएचयू में तमिल प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की

(गुंजन शर्मा) वाराणसी, 23 फरवरी (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर और विभिन्न देशों के 45 राजदूतों ने रविवार को ‘काशी तमिल संगमम’ के...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.