आइकन और स्पीच का इस्तेमाल करते हुए, हेलो उज्जीवन और भाषिणी जैसे एआई-सक्षम वॉयस ऐप भारत के 18 करोड़ कम साक्षर नागरिकों के लिए बैंकिंग से जुड़ने का नया मौका दे रहे हैं.
खुशबू पांडे ने हिंदुत्व के वायरल वीडियो और उग्र भाषणों से लोगों का ध्यान खींचा है. दंगों के मामले में 48 दिनों तक जेल में रहने के बाद, वह वापसी की योजना बना रही हैं और अन्य “शेरनियों” को सलाह दे रही हैं.
वाघा, जो कभी भारत और पाकिस्तान के परिवारों और दोस्तों को जोड़ने वाली एक उम्मीद भरी सीमा थी, कई परिवारों के लिए इसके बीच की दूरी पहले से कहीं ज़्यादा बड़ी और दुर्गम लगती है.
हसन के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर बलात्कार के आरोप लगने के एक साल बाद भी उनकी सुनवाई रुकी हुई है. महिलाएं डर में जी रही हैं, जबकि उनका परिवार अपने गढ़ में दबदबा बनाए हुए है.
पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए जूना अखाड़े द्वारा एक शांति यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें कानपुर के 31 वर्षीय सीमेंट व्यापारी शुभम द्विवेदी भी शामिल थे.
परिवार न्याय के लिए योगी सरकार की ओर देख रहा है. पीड़ित की मां ने कहा, ‘अगर पहलगाम हमले का बदला ही लेना था, तो बस मारपीट सकते थे. कम से कम अभी वह ज़िंदा तो होता.’
शोक सभा में बोलने वालों में हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के पूर्व ओएसडी संजय बाथला भी शामिल थे. उन्होंने कहा, ‘मीडिया मुस्लिम पीड़ितों और हिंदुओं की मदद करने वाले घोड़े वालों के बारे में आपसे झूठ बोल रहा है.’
जयपुर में अपने तीन दोस्तों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए एक छात्र ने कहा, ‘लोग डरे हुए हैं’. ‘सरकार को अपने लोगों की सुरक्षा के लिए बड़े कदम उठाने चाहिए’.
दुश्मन में खौफ पैदा करना और उसे सज़ा देना इस बात पर निर्भर करता है कि जिन पर हम प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे हैं उन पर कितना प्रभाव पड़ा है. मुश्किल यह है कि हम यह निश्चित रूप से नहीं जान सकते कि वह मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालने के लिए कितना नुकसान पहुंचाना ज़रूरी है.