शैलेंद्र सिंह ने मुख्तार अंसारी का पूरी मजबूती के साथ पीछा किया, जिसके लिए उन्होंने जीवन भर जो कुछ भी काम किया था, सब खोना पड़ा. लेकिन 2004 में उनके इस्तीफे की वजह बनी घटनाएं अब सामने आ रही हैं.
एक तरफ खिलाड़ी ड्रीम11 और लोटस365 पर दांव लगा रहे हैं. तो दूसरी ओर, कई लोग जुआरी संघ की बैठकों में भाग ले रहे हैं और 12-स्टेप रिकवरी प्रोग्राम के बारे में पढ़ रहे हैं.
पीड़ितों के लिए, मक्का और मदीना के नाम पर होने वाले नुकसान दिवालिएपन, कर्ज और टूटे सपनों का कारण बन सकते हैं. कुछ मामलों में तो अमीर और पढ़े-लिखे मुसलमान भी इन घोटालों के झांसे में आ गए हैं.
यंग डिलीवरी एक्जीक्यूटिव हीटवेव और ट्रैफिक से ही नहीं जूझते हैं वह गगनचुंबी सोसाइटी, ऑफिसों में जूझते हैं गार्डों के दुर्व्यवहार से, असभ्य ग्राहकों से और उन्हें न समझने वाले परिवारवालों से.