धनुर्वेद से लेकर ईस्ट इंडिया कंपनी के रिकॉर्ड तक- सुभ्रजीत मित्रा ने अपनी फिल्म के माध्यम से 1770 के बंगाल के सन्यासी विद्रोह पर फिल्म बनाने के लिए इसपर काफी शोध कर रहे हैं.
हर कुछ महीनों में, पत्रकार और राजनीतिक पर्यवेक्षक एक 'नए और बेहतर राहुल गांधी' के उद्भव का जश्न मनाते हैं, लेकिन बाद में पता चलता है कि वह अपने खोल में वापस चले गए हैं.
ज्ञानवापी में हिंदुओं के लिए दैनिक पूजा के अधिकार की मांग करने वाले मामले में मुख्य याचिकाकर्ता राखी सिंह पर उनके सह-याचिकाकर्ताओं द्वारा भागने एवं किसी और के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया गया है.
'पूर्वांचल का ब्राह्मण शेर वापस आ रहा है'- 2003 के मधुमिता शुक्ला मर्डर में उम्रकैद की सजा काट रहे अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी को रिहा करने के आदित्यनाथ सरकार के आदेश पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं सियासी हलचल भी तेज हो गई है.
म्यांमार में 2021 के तख्तापलट के बाद जुंटा सैनिकों और स्थानीय बलों के बीच हिंसक झड़पों के कारण व्यवसाय पहले से ही मंदी की मार झेल रहा था. कूकी-मैतेई संघर्ष ने इसे और खराब कर दिया.
टिकैत ने कहा है कि पीड़ित परिवार मामले को कानूनी तौर पर आगे नहीं बढ़ाएगा और इसे सामाजिक रूप से सुलझाएगा और कोई उन पर दबाव नहीं है. लेकिन बच्चे और उसके माता-पिता का बयान बदलना उन पर पड़ रहे दबाव की अलग ही कहानी बयां कर रहा है.
उन्हें बेईमान एजेंट द्वारा लीबिया भेज दिया गया, जहां उन्हें गुलामी करने के लिए बेच दिया गया. उनसे उनके दस्तावेज़ छीन लिए गए, उन्हें अलग कर दिया गया, आंखों पर पट्टी बांध दी गई और उनके 'मालिकों' को बेच दिया गया.
15 अगस्त को आए भूस्खलन ने कृष्णा नगर निवासियों के जीवन को मुश्किल कर दिया. कई लोगों ने मकान खो दिए, कुछ को उन्हें खाली करना पड़ा और अब वो आंबेडकर भवन में शरण ले रहे हैं.
पाकिस्तान को दिए जाने वाले जवाब का पैमाना हमेशा राजनीतिक फैसले से तय होता है. सेना प्रधानमंत्री द्वारा तय किए गए राजनीतिक लक्ष्य को किस तरह हासिल करेगी, इसके बारे में अटकलें ही लगाई जा सकती हैं.