नौकरी के अवसरों में आईआईटी की प्रतिष्ठा एक महत्वपूर्ण फैक्टर है. दिप्रिंट ने जिन कई प्रोफेसर से बात की उन्होंने प्लेसमेंट सीजन में पूर्व छात्रों के नेटवर्क के प्रभाव को काफी अहम बताया है.
शिक्षामंत्री निशंक ने उम्मीद जताई की समय पर कापियों को जाचं लेंगें. रिजल्ट भी 15 जुलाई तक घोषित हो जाना चाहिए. प्रैक्टिल की परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू हो जाएंगी.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा ली जायेगी. यह विभिन्न पालियों में आयोजित की जायेगी. इससे छात्रों को अंक सुधारने में मदद मिलेगी.
आईआईटी निदेशकों और सरकारी अधिकारियों के एक पैनल का कहना है कि इन संस्थानों को ऐसे आरक्षण से छूट दी जानी चाहिए क्योंकि ये ‘राष्ट्रीय महत्व के संस्थान’ हैं.
पोखरियाल ने पिछले सप्ताह छात्रों के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा था कि सरकार अगले वर्ष से एक साल में तीन या चार बार संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)-मेन कराने के सुझावों पर विचार कर रही है, जिसपर छात्रों से सुझाव मांगे थे.
सिविल सेवा के इच्छुक उम्मीदवार इतिहास, भूगोल और राजनीति विज्ञान जैसे वैकल्पिक विषयों के लिए कोचिंग लेना चाहते हैं. यही इन विषयों के ‘विशेषज्ञ शिक्षकों’ की सबसे ज्यादा मांग बनाए रखता है.
राजीव गांधी को बोफोर्स आदि के लिए कोसना फैशन बन गया है लेकिन सच यह है कि हमारे इतिहास में सिर्फ 1985-89 वाला दौर ही ऐसा था जब हथियारों की खरीद भविष्य के मद्देनजर आगे बढ़कर की गई.