शिक्षा मंत्री विजय इंद सिंगला ने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की पद्धति के अनुरूप परिणाम घोषित करेगा.
सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 12वीं कक्षा का रिजल्ट दसवीं (30 फीसदी वेटेज), 11वीं (30 फीसदी वेटेज) और 12वीं कक्षा (40 फीसदी वेटेज) में परफॉर्मेंस के आधार पर घोषित किया जाएगा.
सरकार जुलाई-अगस्त से विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट कराने पर विचार कर रही है. इसे मई से ही शुरू किया जाना था लेकिन कोविड के कारण इसमें देरी हो गई.
12वीं के छात्रों के नतीजे घोषित करने के लिए CBSE नंबरों की सबसे अच्छी स्कीम तय करने पर काम कर रहा है. इसमें 10वीं बोर्ड्स और 11वीं क्लास की सभी परीक्षाएं शामिल की जाएंगी.
जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरंजन दास बयान के अनुसार इस रैंकिंग में केवल दो राज्य विश्वविद्यालय- सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय और पंजाब विश्वविद्यालय आगे हैं.
JNU प्रशासन अनुशासनिक कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. लेकिन छात्रों का कहना है कि उन्हें अंदर जाना है, क्योंकि पठन सामग्री तक ‘ऑनलाइन पहुंचना मुश्किल है’.
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को छोड़कर अधिकांश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पिछले मूल्यांकन के बाद से अपने स्कोर में सुधार किया है.
सीएम ममता ने ट्वीट किया, 'हम अभिभावकों, आम जनों, शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों, सिविल सोसाइटी के लोगों और छात्रों को विचार प्रकट करने के लिये आमंत्रित कर रहे हैं. मेरा आपसे अनुरोध है कि आप 7 जून 2021 दोपहर 2 बजे तक अपने विचार साझा करें.'
पश्चिम बंगाल में ‘घुसपैठिये’ या ‘तुष्टीकरण’ जैसे शब्द बहुत कम सुनाई पड़ते हैं, न ही ‘मंगलसूत्र’ या अमित शाह द्वारा ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ नारे को ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ में बदलने जैसे वाक्या सुनाई देते हैं.