रूस पर लगाए गए सेकेंडरी प्रतिबंधों की वजह से नई चुनौतियों सामने आ रही हैं. इसके चलते नई दिल्ली और मॉस्को ने पैमेंट के लिए एक सरल प्रणाली पर काम करना शुरू किया है.
एचएएल हल्के लड़ाकू विमान तेजस के साथ-साथ रॉयल मलेशियाई वायु सेना के लिए Su-30s एयरक्राफ्ट और हॉक ट्रेनर विमान की सर्विसिंग के लिए नए व्यावसायिक अवसरों की ओर देख रहा है.
इन विमानों के अपग्रेड में और बेहतर रडार तथा इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं का इंटीग्रेशन किया जाना शामिल होगा. रूस को भारत के साथ 12 और सुखोई-30 एमकेआई और 21 मिग-29 विमानों की आपूर्ति के लिए समझौते की भी उम्मीद है.
सीनियर रूसी रक्षा अधिकारी एंड्री बारानोव ने कहा कि प्रोजेक्ट के लिए भारतीय नौसेना की अपेक्षा और इसकी टाइमलाईन मेल नहीं खाती है. मॉस्को की यह प्रमुख चिंता है.
सेना लगभग 1.35 लाख कर्मियों की कमी का सामना कर रही है, लेकिन आने वाले समय में वह अपनी स्ट्रेंथ को 12.8 लाख से घटाकर लगभग 10.8 लाख करने पर विचार कर रही है.
चीनी विमानों ने एलएसी के पास सहमति वाले सैन्य ठिकानों का बार-बार उल्लंघन किया है, वहीं भारतीय वायु सेना इसके नजदीक अग्रिम मोर्चों पर अपनी तैनाती जारी रखे हुए है.
इस संयुक्त अभ्यास को 14 से 31 अक्टूबर तक किये जाने की योजना बनाई जा रही है, जिसके दौरान भारतीय और अमेरिकी सैनिक हाई-एल्टीट्यूड युद्ध के सम्पूर्ण दायरे का फायदा उठाने के लिए साथ मिलकर युद्धाभ्यास' करेंगे.