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Thursday, 30 January, 2025
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समाज-संस्कृति

शिक्षा मंत्री ने दिए संकेत- हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मुहीम होगी तेज़, नई शिक्षा नीति पर दिखेगा संघ का प्रभाव

ज्ञानोत्सव में मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक के संबोधन में संकेत मिले कि नई शिक्षा नीति में संघ का प्रभाव होगा. वहीं हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मुहिम तेज़ हो सकती है.

‘राजनीति काजल की कोठरी है, जो इसमें जाता है काला होकर निकलता है’

अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं में संघर्ष, उत्साह और वीरता के प्रति उनकी सोच को महसूस किया जा सकता है.

एक सप्ताह में वापस घर आने का वादा करके भीष्म साहनी आज़ादी का जश्न देखने दिल्ली आए थे

सरकारी दफ्तरों पर, पुलिस चौकियों-थानों पर यूनियन जैक की जगह राष्ट्रीय झंडा लहराते हुए देखा जिससे लगता था कि देश सचमुच आज़ाद हो गया है.

‘कौम के गफ़लत में आते ही आज़ादी खतरे में आ जाती है’

सबसे बड़े रंज की बात यह हुई कि आजादी आई, सियासी आजादी आई लेकिन जो आजादी का फायदा कौम को मिलना चाहिए था, कुछ मिला जरुर, इसमें शक नहीं, पूरे तौर से नहीं मिला और आप लोगों को काफी परेशानियां रहीं.

आजादी मिलने की रात पंडित नेहरू ने देश का नियति से मिलन कराया

जब पंडित नेहरू ने भारत का तिरंगा फहराया तो बैंड राष्ट्रगान बजा रहा था और सलामी देने के लिए तोपें गरज रही थीं.

दिल्ली में 10 को संतों का समागम, तय होगी राम मंदिर पर रूपरेखा

इस बैठक में सभी शीर्ष संत श्रीराम जन्मभूमि समेत 9 विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे.

श्रावण मास : पशुओं संग पर्वतों पर पूजा करते है पाडर के लोग

श्रावण मास में पर्वतों पर प्रवास के दौरान उन पशुओं का दूध तक भी नही पिया जाता जो पशु समूह के लोग अपने साथ लेकर आते हैं.

वाराणसी के मंदिरों में चढ़ाए गये फूलों से बनेंगी अगरबत्तियां, पूरी दुनिया में बेची जाएंगी

अगरबत्ती के पैकेट पर काशी विश्वनाथ मंदिर की तस्वीर छपी रहेगी. परियोजना की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस महीने से कर सकते हैं.

‘बिक्सू’ की तलाश में भटकते दर बदर, हिंदी को दीमक लगने से बचाना है

हिंदी की किताबें दुकानों से गायब होती जा रहे हैं, किताबों की चर्चा के लिए अब अखबारों में जगह नहीं, ऐसे में पुस्तकों को बचाने और पाठकों को उनसे जोड़ने के लिए हर संभव कोशिश जरूरी है चाहे वो व्यक्तिगत स्तर पर ही हो.

मधुबनी चित्रकला और सुजनी कला को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने वाली शिल्पी कर्पूरी देवी का निधन

कर्पूरी देवी को मिथिला पेंटिंग व सुजनी कला दोनों में महारत हासिल थी. मधुबनी के एक निजी अस्पताल में 90 साल की अवस्था में उन्होंने आखिरी सांस ली.

मत-विमत

भारतीय पायलटों की ज़िंदगी: थकान, तनाव और कम आय ने बढ़ाई मुश्किलें

जहां विदेशी पायलटों को काफी अधिक वेतन पर रखा जाता है, वहीं भारतीय पायलटों के वेतन पिछले एक दशक से स्थिर हैं, और कोविड-19 महामारी के बाद भत्तों में भी कटौती की गई है.

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वारी एनर्जीज के तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ में कई गुना का उछाल

नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) सौर मॉड्यूल विनिर्माता और निर्यातक वारी एनर्जीज का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही का...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

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