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Friday, 31 January, 2025
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समाज-संस्कृति

खेल, नाटक और डांस के जरिए वंचित बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं दिल्ली विश्वविद्यालय के ये कॉलेज

नार्थ कैंपस के कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र गरीब परिवारों के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे रहे हैं और उनके परिवार के सामाजिक उत्थान के लिए काम कर रहे हैं.

सामाजिक व्यवस्थाओं और छुआछूत पर तमाचा है ओम पुरी की फिल्म ‘सद्गति’

आज ओमपुरी के जन्मदिन पर उनकी बेहतरीन फिल्मों के गुलदस्ते में से एक फिल्म सद्गति के बारे में जानिये जो समाजिक व्यवस्थाओं और छुआछूत पर एक तीखी टिप्पणी है.

अमिताभ बच्चन के स्वास्थ्य को लेकर विरोधाभासी खबरें, अस्पताल में है भर्ती

1982 में कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई दुर्घटना के बाद अमिताभ हेपेटाइटिस बी से पीड़ित हो गए थे और उनका 75 फीसदी लिवर काम नहीं करता है.

साधारण चेहरे वाले ओम पुरी थे एक असाधारण कलाकार जिसने सिनेमा के हर फॉर्मेट पर राज किया

ओम पुरी उन विरले अदाकारों में हैं जिन्होंने संजीदा और हास्य दोनों तरह की भूमिका के साथ न्याय किया. हेरा फेरी, मालामाल वीकली, चाची 420 जैसी फिल्में इसका प्रमाण हैं.

मिस्टर एंड मिसेज़ 55 एक प्यार-भरी कॉमेडी है, जो इस ज़माने में नारीवाद के सवाल खड़ा करती है

गुरू दत्त और मधुबाला की जोड़ी और बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी इस फिल्म की पहचान है, लेकिन औरतों के अधिकार की बात पर थोड़ी कमज़ोर है.

चुनावी दंगल में हरियाणा के बाउंसर्स की बढ़ी मांग, लगाएंगे नेताओं का बेड़ा पार

विधानसभा चुनाव के दौरान रेवाड़ी, पलवल, झज्जर, बहादुरगढ़ और फरीदाबाद के ग्रामीण पहलवान और बॉडी बिल्डर नेताओं के चहेते बन जाते हैं.

विनोद खन्ना की फिल्म ‘इम्तिहान’ उनकी प्रतिभा और अभिनय की बेजोड़ मिसाल है

विनोद खन्ना गिरगिट की तरह किरदार के रंग बदलते थे. जब कभी साथी कलाकारों को तवज्जो देनी हो तो परिदृश्य में घुल से जाते थे- जैसे मौजूद ही न हों.

स्वैग से लबरेज़ विनोद खन्ना ने विलेन, हीरो, सहायक अभिनेता और राजनेता के तौर पर छाप छोड़ी

काफी दिनों तक फिल्म इंडस्ट्री से दूर होने के बाद भी विनोद खन्ना की अदाकारी पर कोई फर्क नहीं पड़ा था. 5 सालों के बाद हुई वापसी के बाद उन्होंने दो हिट फिल्में दी थी.

एनडीएमसी के ‘सक्षम इको मार्ट’ में है प्लास्टिक का विकल्प, स्पेशल बच्चों की ‘कारीगरी’

पर्यावरण संरक्षण, आत्मनिर्भरता, महिला सशक्तीकरण और स्वदेशी जैसे बापू के आदर्शों को हकीकत में लागू करने के लिए एनडीएमसी ने तीन 'सक्षम ईको मार्ट' खोले हैं.

अमित शाह के सामाजिक समीकरण के दम पर भारत कैसे हुआ मोदीमय

उत्तर प्रदेश में अमित शाह ने जिस तरह से सामाजिक समीकरण का जाल बिछाया था, वह बाद में अन्य चुनावों के लिए मॉडल बन गया.

मत-विमत

क्या हम सच में चीन का विकल्प बन सकते हैं? मोदी का 2014 का भारत को महान बनाने का वादा बिखर चुका है

एक समय था जब भारतीय लोग तकनीक के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी होने का सपना देखते थे. अब, चीनी इतने आगे हैं कि वे हमें प्रतिस्पर्धी भी नहीं मानते. यह उनके और अमेरिका के बीच की बात है.

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इंडिया यामाहा मोटर ने अपने दो प्रमुख मॉडल के दाम 1.1 लाख रुपये तक घटाए

नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) इंडिया यामाहा मोटर प्राइवेट लिमिटेड ने अपने प्रमुख मॉडल - आर3 और एमटी-03 की कीमतों में 1.10 लाख...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.