एक कार्टूनिस्ट की अभिव्यक्ति से निकली पार्टी से लेकर उत्तराधिकारी के लिए संघर्ष तक पार्टी किस रूप में बदली, इसे विस्तार से पत्रकार और लेखक धवल कुलकर्णी ने अपनी किताब 'ठाकरे भाऊ- उद्धव, राज और उनकी सेनाओं की छाया ' में जिक्र किया है.
चंद्रशेखर ने टीवी पर निर्देशक रामानंद सागर के 1987 में आए धारावाहिक ‘रामायण’ में राजा दशरथ के प्रधानमंत्री आर्य सुमंत की भूमिका निभाई थी, जिससे उन्हें काफी लोकप्रियता मिली.
सुशांत (34) पिछले साल 14 जून को बांद्रा स्थित अपने घर में मृत मिले थे. उसके बाद सुशांत के परिवार ने रिया पर दिवंगत अभिनेता को आत्महत्या के लिए उकसाने और उनकी संपत्ति का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था.
बुद्धदेब दासगुप्ता के सिनेमाई सफर की शुरुआत उस दौर में हुई जब बंगाल में नक्सल आंदोलन अपने उरूज पर था. दिग्गज फिल्मकार सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक और मृणाल सेन की सिनेमा की धारा को उन्होंने आगे बढ़ाया.
शनिवार को इंस्टाग्राम पर उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि संक्रमण मुक्त होने के बाद उन्होंने यही सोचा कि शरीर को अपने हिसाब से ठीक होने के लिए पर्याप्त वक्त मिलना चाहिए.
हिन्दी के लेखक और कवि क्या 'समझौतावादी' हो रहे हैं और उनकी लेखनी से कौन सी चीज़ गायब है जो समाज की बैचेनी, उसके अंर्तद्वंद को सामने नहीं ला पा रही हैं.
जब आप प्राइम टाइम टीवी न्यूज़ चैनल पर हीं 'मेहुल चोकसी की 'एंटिक्स इन एंटीगुआ एंड डोमिनिका' जैसा थ्रिलर देख सकते हैं तो भला कोई 'सीआईडी' और 'क्राइम पेट्रोल' क्यों देखें?
दिलीप कुमार (98) को रविवार को खार के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जो गैर-कोविड अस्पताल है. यहां जांच में कुमार को बाइलेट्रल प्ल्यूरल एफ्युजन होने का पता चला था.
कॉर्पोरेट वालों की मलामत करना आसान है. लेकिन अपने उद्यमियों, संपदा और रोजगार पैदा करने वालों को प्यार और सम्मान न देने वाला समाज निम्न-मध्यवर्गीय आय के खांचे में ही अटके रहने को अभिशप्त होता है.