एमएक्स प्लेयर पर 5 फरवरी को रिलीज हुई कमाख्या नारायण सिंह की 'भोर' सैनिटेशन जैसे गंभीर विषय पर बनी एक क्रिटिकली अकलेम्ड फिल्म है जिसकी इन दिनों काफी चर्चा हो रही है.
मुस्लिम पक्ष का दावा था कि सदियों से विवादित जमीन उनके कब्जे में रही है. ऐसे में परिसीमन कानून के तहत इतना लंबा समय गुजर जाने के बाद हिंदू पक्षकार विवादित भूमि पर अपना हक नहीं जता सकते थे. तब गृहमंत्री बूटा सिंह ने अशोक सिंघल को संदेश भेजा था.
राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित ‘कौन हैं भारत माता ?’ किताब के संपादक पुरुषोत्तम अग्रावल ने कहा कि नेहरू वास्तव में आलोचनात्मक विवेक से संपन्न समाज बनाना चाहते थे.
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि अगर अभिनेता अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार ईंधन की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर कोई रुख नहीं अपनाते हैं तो राज्य में उनकी फिल्मों के प्रदर्शन और शूटिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी.
इंटरनेट एवं मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के रोडमैप से, 17 स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स द्वारा दस्तख़त किए गए, स्वनियमन कोड को लागू किया जाएगा, और सरकार की ओर से उठाए गए मुद्दों को संबोधित किया जाएगा.
पलामू के खूबसूरत जंगलों में हुई फिल्म की शूटिंग इसे बेहतर दृश्य देती हैं जो दर्शकों को भाती है लेकिन कहानी के डॉयलॉग काफी कमजोर हैं और इस पर काम किए जाने की जरूरत थी.
लेखक पुरुषोत्तम अग्रवाल द्वारा लिखित, संपादित पुस्तक 'कौन हैं भारत माता' राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गयी है. यह पुस्तक स्वाधीनता आंदोलन के नायक और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बौद्धिक विरासत से रू-ब-रू कराती है.