'हमारी दलित बस्ती के अनगिनत दलित हजारों दुख-दर्द अपने अंदर लिए मुर्दहिया में दफन हो गए थे. यदि उनमें से किसी की भी आत्मकथा लिखी जाती तो उसका शीर्षक मुर्दहिया ही होता.'
कबीर बेदी के संस्मरण 'स्टोरीज आई मस्ट टेल: द इमोशनल जर्नी ऑफ एन एक्टर’ के विमोचन के मौके पर खान ने कहा कि उनकी जिंदगी में ऐसे कई मौके आए जब उन्हें अपनी गलतियों की जिम्मेदारी लेने में मुश्किल हुई.
नए कानून का यह मसौदा, जिस पर कई फिल्म निर्माताओं ने सवाल उठाये हैं, मोदी सरकार द्वारा फिल्म सर्टिफिकेशन अपीलेट ट्रिब्यूनल को समाप्त करने के कुछ ही हफ्तों बाद आया है.
एक कार्टूनिस्ट की अभिव्यक्ति से निकली पार्टी से लेकर उत्तराधिकारी के लिए संघर्ष तक पार्टी किस रूप में बदली, इसे विस्तार से पत्रकार और लेखक धवल कुलकर्णी ने अपनी किताब 'ठाकरे भाऊ- उद्धव, राज और उनकी सेनाओं की छाया ' में जिक्र किया है.
चंद्रशेखर ने टीवी पर निर्देशक रामानंद सागर के 1987 में आए धारावाहिक ‘रामायण’ में राजा दशरथ के प्रधानमंत्री आर्य सुमंत की भूमिका निभाई थी, जिससे उन्हें काफी लोकप्रियता मिली.