ट्विटर पर भी लोग ट्वीट करके सनी लियोन को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं. अब देशभर में हुए विरोध और चेतावनी के बाद गाना बनाने वाली कंपनी सारेगामा ने गाने के बोल और नाम बदलने का फैसला लिया है.
2021 भारत में जाति-विरोधी सिनेमा के लिए एक जबरदस्त साल साबित रहा. तमिल फिल्मों ने दिखा दिया कि जाति-विरोधी फिल्में ‘बॉक्स-ऑफिस-विरोधी’ हो ये जरूरी नहीं है.
दिप्रिंट अपने इस राउंड अप में बता रहा है कि पूरे हफ्ते के दौरान उर्दू मीडिया ने विभिन्न खबरों को कैसे कवर किया और उनमें से किस घटना को संपादकीय में जगह दी.
1936 से 1952 तक भारत के लिए मैच खेलने वाले सैयद मुश्ताक अली की बैट घुमाने की स्टाइल तमाम महान गेंदबाजों को हैरत में डाल देती थी. 2006-07 में बीसीसीआई ने अपनी ट्वेंटी-20 प्रतियोगिता का नाम उन पर ही रखा था.
खेल जगत में महिला सशक्तिकरण पर हुई चर्चा में दूसरी स्पीकर शुचि कुलश्रेष्ठ ने बताया कि वे सैकड़ों परुषओं के बीच अकेली महिला होती हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि खेल जगत में पितृसत्ता मौजूद है और लंबे समय तक रहेगी.
आध्यात्म और धर्म का रास्ता अक्सर महिलाओं के लिए आजादी का रास्ता भी बना. कलिंग साहित्य महोत्सव में स्त्रियों के गुरुओं से लेकर उनके मोक्ष और मुक्ति पर चर्चा हुई.
हाशिये के लोगों पर चर्चा करने के लिए कई स्पीकर मंच पर मौजूद थे जिनमें बालेंदु द्विवेदी, श्री राम शर्मा, रमा पांडे, तारो सिंदिक और मनोरंजन ब्यापरी शामिल थे. इस सत्र में हासिये के लोगों को मुख्यधारा का हिस्सा बनाने पर चर्चा हुई.
शुक्रवार 10 दिसंबर से शुरू होने वाला कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल पिछले साल कोरोनावायरस के कारण नहीं हो सका था. इस साहित्योत्सव में साहित्य, सिनेमा, मीडिया, खेल और राजनीति जगत से जुड़े 300 स्पीकर हिस्सा ले रहे हैं.
दिप्रिंट अपने इस राउंड अप में बता रहा है कि पूरे हफ्ते के दौरान उर्दू मीडिया ने विभिन्न खबरों को कैसे कवर किया और उनमें से किस घटना को संपादकीय में जगह दी.
कई अन्य भारतीय मूल के नेताओं के उलट, उन्होंने ईसाई धर्म नहीं अपनाया और न ही अपनी भारतीय पहचान को कम दिखाया. वैसे भी उनके लिए ऐसा करना मुश्किल होता क्योंकि उनकी मां मीरा नायर भारत की जानी-मानी फिल्म निर्देशक हैं.