प्रभात प्रकाशन से छपी किताब ब्लैक वारेंट में जेल की दुनिया की हक़ीक़त को बड़ी ही साफ़गोई से बयां किया गया है. बिकनी किलर के नाम से मशहूर चार्ल्स शोभराज के रौब से लेकर निर्भया केस के मुख्य आरोपी की मौत तक. रंगा-बिल्ला से लेकर अफजल गुरू की फांसी की सच्चाई से होते हुए किताब फांसी की क्रूर प्रक्रिया को बड़े ही बेहतरीन तरीके से पाठकों तक पहुंचाती है.
टैगोर राष्ट्रवाद की आलोचना करने वाले 20वीं शताब्दी के सबसे प्रमुख व्यक्ति हैं. 1916-17 में जब वो जापान और अमेरिका में व्याख्यान दे रहे थे तो उन्होंने राष्ट्रवाद से उभरते खतरों को साफ तौर पर व्यक्त किया था.
ग्रामीण बिहार में बहुत सी रेप पीड़िताओं को पुलिस थानों में उदासीनता, संदेह, यहां तक कि और अधिक अत्याचार का सामना करना पड़ता है. दिप्रिंट ने सूबे के बिल्कुल विपरीत छोर पर दो ऐसे ही मामलों का पता लगाया.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन के कई पहलू हैं. लेकिन लेखक शांतनु गुप्ता ने उनकी जिंदगी के चार पहलुओं को अपनी लेखनी से उकेरा है. प्रस्तुत है प्रभात प्रकाशन से आई उनकी किताब 'योगीगाथा' का ये अंश.
कांग्रेस की कोशिश थी कि पंजाब में हिंदू व सिख समुदाय के बीच सामुदायिक अविश्वास और असुरक्षा का माहौल पैदा किया जाए ताकि आने वाले चुनाव में इसका राजनीतिक रूप से लाभ लिया जा सके.
इस बजट की सुर्खी बनने लायक एकमात्र बात मिडिल-क्लास को इनकम टैक्स में दी गई राहत है और सबसे साहसिक और सकारात्मक पहलू है परमाणु ऊर्जा एक्ट और ‘सिविल लायबिलिटी ऑन न्यूक्लियर डैमेज एक्ट’ में संशोधन का इरादा.