scorecardresearch
Sunday, 28 April, 2024
होमसमाज-संस्कृति

समाज-संस्कृति

‘जो मजलूमों और कमजोरों के हक में बोलने से डरते हैं, गुलाम वे हैं’- क्या कुछ कहती है भगत सिंह की ‘जेल डायरी’

‘जेल डायरी’ के पन्नों से हमें पता चलता है कि भगतसिंहजी गुरुनानक देव महाराजजी, गुरु गोविंदसिंहजी, समर्थ गुरु रामदासजी, रवींद्रनाथ टैगोरजी, विलियम वर्ड्सवर्थजी, मार्क्स, एंजेल्स, बुखारिन लेनिन, बर्टेड रसेल आदि के जीवन एवं विचारों से प्रभावित थे.

सत्यजित राय के लिए एक सपने को साकार करने की लड़ाई क्यों थी ‘पाथेर पांचाली’

सत्यजित राय ने अपने पूरे जीवन में कुछ दर्जन ही फिल्में बनाई लेकिन जो भी बनाई वो वैश्विक ऊंचाईयां छूती गई और सिनेमा जगत के लिए अनूठी साबित हुई.

उर्दू मीडिया की नजर में हिजाब पर फैसला मुस्लिमों की पहचान को दबाने वाला, SC में अपील का समर्थन

दिप्रिंट अपने राउंड-अप में बता रहा है कि इस सप्ताह उर्दू मीडिया ने विभिन्न घटनाएं कैसे कवर कीं और उनमें से कुछ पर उनका संपादकीय नजरिया क्या रहा.

क्यों कश्मीरी पंडितों पर बनी एक जरूरी फिल्म है ‘द कश्मीर फाइल्स’

कश्मीरी विस्थापित दादा और दिल्ली में पढ़ रहे पोते को रूपक की तरह इस्तेमाल करते हुए फिल्मकार असल में हमें पुरानी और नई पीढ़ी के सच से भी रूबरू कराते हैं.

धनबल, RSS की मदद और उसका समर्पित कैडर: UP में BJP की जीत पर उर्दू प्रेस ने क्या कहा

दिप्रिंट अपने राउंडअप में बता रहा है कि इस सप्ताह उर्दू मीडिया ने देश-दुनिया की विभिन्न घटनाओं को कैसे कवर किया और उनमें से कुछ पर उनका संपादकीय रुख क्या रहा.

उर्दू अखबारों में छाईं रूस-यूक्रेन जंग की खबरें और भारतीयों के निकासी अभियान में ‘देरी’ के लिए मोदी की आलोचना

दिप्रिंट अपने राउंडअप में बता रहा है कि इस सप्ताह उर्दू मीडिया ने देश-दुनिया की विभिन्न घटनाओं को कैसे कवर किया और उनमें से कुछ पर उनका संपादकीय रुख क्या रहा.

पुतिन ने दुनिया के खिलाफ छेड़ी जंग और एक मर्डर से हिजाब विवाद और गहराया- इस हफ्ते उर्दू प्रेस की झलकियां

दिप्रिंट अपने राउंड-अप में बता रहा है कि उर्दू मीडिया ने इस हफ्ते की घटनाओं को कैसे कवर किया और उनमें से कुछ पर उनका संपादकीय रुख क्या रहा.

‘बिना-मुद्दे’ का सियासी मुद्दा बन जाना त्रासद- हिजाब विवाद पर इस हफ्ते क्या रही उर्दू प्रेस की राय

दिप्रिंट का राउंड-अप बता रहा है कि उर्दू मीडिया ने इस हफ्ते विभिन्न न्यूज इवेंट को कैसे कवर किया और उन पर कुछ का संपादकीय रुख क्या रहा.

डिस्को संगीत के लिए मशहूर गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का निधन

बप्पी लाहिड़ी ने 80 और 90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाया.

समलैंगिकता पर संभल कर बात करती है ‘बधाई दो’

फिल्म का अंत सुखद है लेकिन सवाल छोड़ जाता है कि अपनी समलैंगिकता का खुल कर प्रदर्शन करने वाले ये किरदार क्या फिल्म खत्म होने के बाद उस समाज, शहर में खुल कर जी पाए?

मत-विमत

BJP मुकाबले में सबसे आगे, फिर भी चुनावी मुद्दा तय करने में Modi को डर क्यों

‘लहर’ वाले चुनाव के दौरान मतदाताओं का उत्साह चरम पर होता है. एक बेहतर भविष्य की उम्मीदें रहती हैं, कभी-कभी प्रतिशोध का भाव भी रहता है. इन सबके मद्देनज़र 2024 का चुनाव अप्रत्याशित रूप से मुद्दा विहीन चुनाव नज़र आ रहा है.

वीडियो

राजनीति

देश

आरकैप के ऋणदाताओं ने हिंदुजा समूह की शाखा से समाधान योजना की समयसीमा पर टिके रहने को कहा

नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल (आरकैप) के ऋणदाताओं ने समाधान योजना की धीमी प्रगति पर चिंता जताई है।...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.