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बुधवार, 25 जून, 2025
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समाज-संस्कृति

युद्ध में गए सैनिकों का सबसे कठिन काम है परिवार को पत्र लिखना, जिन्हें नहीं लौटने पर पोस्ट किया जाएगा

सैनिकों का मनोबल ऊंचा था और कैप्टन विक्रम बत्रा की मशहूर लाइन, ‘ये दिल मांगे मोर’ ने लाखों लोगों का दिल जीत लिया था.

तात्या टोपे: 1857 के विद्रोह के करिश्माई नेता, जिनकी मृत्यु आज भी रहस्य बनी हुई है

ब्रिटिश सेना ने चारों ओर से तात्या का पीछा किया और राजाओं ने उसके लिए अपने द्वार बंद कर दिए, लेकिन जब भी उनका सामना भारतीय सैनिकों से हुआ टोपे उन्हें अपने खेमे की ओर करने में सफल रहे.

असद की मौत पर उर्दू प्रेस ने कहा- योगी के सीएम बनने के बाद बढ़ गई है ‘एनकाउंटर’ किलिंग

उर्दू मीडिया ने सप्ताह भर में विभिन्न समाचार घटनाओं को कैसे कवर किया, और उनमें से कुछ ने संपादकीय स्थिति क्या रखी, इस बारे में दिप्रिंट का राउंड-अप.

एक पीढ़ी अहम ऐतिहासिक ज्ञान से वंचित हो जाएगी: NCERT के बदलावों पर उर्दू प्रेस 

पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.

नक्सलवाद एक सामान्य अपराध नहीं है, न ही यह केवल कानून और व्यवस्था की समस्या है

नक्सलवादियों का सामाजिक आधार कानून और व्यवस्था की समस्या से कहीं आगे जाकर इसकी कहानी कहता है. बेरोजगार गरीब युवाओं, वंचित आदिवासियों, शोषित ग्रामीण मिलिशिया के अलावा कई शिक्षित युवा भी हैं, जो नक्सलवाद के रास्ते पर निकल पड़े हैं.

आदित्य रॉय कपूर की ‘मर्डर मिस्ट्री’ दर्शकों को ‘गुमराह’ कर रही है या एंटरटेन

आदित्य रॉय कपूर अपनी रेंज में रह कर अच्छा काम करना जानते हैं. मृणाल ठाकुर की एंट्री से लगता है कि इस फिल्म में वह नायिका बन कर उभरेंगी.

चीन है दुनिया के लिए चुनौती, क्या उसके खिलाफ लामबंद हो रहीं बड़ी ताकतें

ऐसा नहीं है कि चीन की धौंस से बाकी दुनिया डर गई है, लेकिन चीन को काबू में करने के लिए अकेले किसी बड़े ताकतवर देश के बूते की बात नहीं रह गई है.

‘लोग हर समस्या को धर्म के चश्मे से देखने के आदी हैं’ – अभद्र भाषा पर उर्दू प्रेस

पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.

सिर पर सामान उठाए हजारों किलोमीटर चलते, हाथ में बच्चा लिए रोते बिलखते लोग और कोविड लॉकडाउन के वो दिन

कैसे थे COVID लॉकडाउन के दौरान में रिपोर्टिंग के वो दिन, ऐसे याद कर रहीं है RNG से सम्मानित हमारी पत्रकार ज्योति यादव और बिस्मी तसकीन

जब भी राहुल सरकार की नाकामियों को उजागर करते हैं तो BJP उन पर हमला करती है- उर्दू प्रेस

पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.

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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पुणे मेट्रो के दूसरे चरण को मंजूरी दी

नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पुणे मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को मंजूरी दे दी, जिसमें 12.75 किलोमीटर...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.