भारत में जो नवजागरणों का दौर है, उसमें धर्म की निर्णायक भूमिका रही है. बल्कि यही नहीं यूरोप के पुनर्जागरण काल में भी धर्म एक अनिवार्य सन्दर्भ के रूप में मौजूद है.
फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी संस्था FWICE ने अभिनेता-सिंगर दिलजीत दोसांझ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वजह है उनकी आने वाली फिल्म सरदार जी 3, जिसमें पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर को लिया गया है. FWICE ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर दिलजीत की भारतीय नागरिकता रद्द करने की मांग की है और पूरे फिल्म इंडस्ट्री से उन्हें बायकॉट करने की अपील की है.
कार्यक्रम का आयोजन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में कश्कोल कलेक्टिव द्वारा किया गया था. इसमें संगीत, कविता और आम से तैयार पांच-कोर्स का भोजन था. हर व्यंजन एक अलग राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहा था.
ये हमले सामान्यत: यहीं नहीं रुकते. वैसे तो राजनीतिक पर्यवेक्षक हमें आश्वस्त करते नजर आते हैं कि दबंग नेता केवल ‘बकबक’ करते हैं और उनकी बातों को बहुत गम्भीरता से नहीं लिया जाना चाहिए. लेकिन दुनिया-भर में पैदा हुए दबंग नेताओं के ऊपर नजर डालने से पता चलता है कि उनमें से कई ने अपनी कथनी को करनी में बदला है.
शायद इसीलिए जब भी नशिस्त में कोई ज़टल पढ़ी जाती है, कोई गन्दा लतीफ़ा सुनाया जाता है, किसी लड़की के जिस्मानी रिश्तों का ज़िक्र निकल पड़ता है तो दोस्त-अहबाब कितने ख़ुश हो जाते हैं, उनके चेहरों पर कैसी ताज़गी फूट पड़ती है.
सरकारी स्वामित्व वाली केएसडीएल द्वारा निर्मित मैसूर संदल साबुन के ब्रांड एंबेसडर के रूप में गैर-कन्नड़ अभिनेता के चयन पर उठे विवाद के बीच, एमबी पाटिल ने कहा कि यह व्यापारिक विवेक का मामला है, पहचान का मामला नहीं.
यह घटना नई दिल्ली के संसद मार्ग स्थित एसबीआई (जो उस वक्त इम्पीरियल बैंक कहलाता था) की शाखा में घटित हुई थी. इस दिन सुबह शाखा के चीफ कैशियर वेद प्रकाश मल्होत्रा के पास एक फोन आता है, जिस पर उनसे 60 लाख रुपए की मांग की जाती है.
यूपीए के सामाजिक-आर्थिक क़ानूनों को मेनस्ट्रीम मीडिया के एक हिस्से द्वारा यूपीए सरकार की ‘माई-बाप सरकार’ मानसिकता क़रार दिया गया. कहा गया कि यह कार्यक्रम निर्भरता (अंग्रेज़ी में, डिपेंडेंसी) पैदा करते हैं और ‘भीख’ देने के बराबर हैं, ये लोगों को भीख का आदी बना देंगे.