ज्योतिराव फुले पर अनंत महादेवन की हिंदी फिल्म को ब्राह्मण समूहों और सेंसर बोर्ड से विरोध झेलना पड़ा है. लेकिन दलितों के लिए यह फिल्म अब भी जातिवाद के खिलाफ अपनी बात कहने का एक मौका है.
AFAA की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जोसी लिन ने बताया कि वे थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया और कंबोडिया जैसे एशियाई देशों में टूरिंग रोड शो आयोजित कर रहे हैं, जहां प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं और बेहतरीन हांगकांग फिल्मों को प्रदर्शित किया जा रहा है.
अभिनेत्री ने बताया कि यह फिल्म दुनियाभर में आलोचकों की सराहना क्यों पा रही है. इसकी निर्देशक संध्या सूरी ने 18वें एशियाई फिल्म पुरस्कारों में बेस्ट न्यू डायरेक्टर का अवॉर्ड भी जीता.
हांगकांग में रविवार को एशियन फिल्म अवॉर्ड्स का 18वां एडिशन आयोजित किया गया. ‘संतोष’ के लिए शहाना गोस्वामी ने ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का खिताब अपने नाम किया. ‘ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट’ को 6 कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था.
28 फरवरी की शाम दिल्ली के एक सभागार में आयोजित सहयात्रा उत्सव के मौके पर विचार-पर्व ‘भविष्य के स्वर’ का पांचवां अध्याय प्रस्तुत किया गया. इस दौरान तीन अनूठी युवा प्रतिभाओं ― रंगकर्मी और कहानीकार फहीम अहमद, ज़ीन मेकिंग और फाइबर आर्ट की आर्टिस्ट कोशी ब्रह्मात्मज और कथाकार तसनीफ़ हैदर ने व्याख्यान दिए.
जयदीप अहलावत, जिन्होंने इंस्पेक्टर हाथी राम की टेढ़ी चाल अपने स्कूल टीचर के पिता से सीखी, मानते हैं कि दुनिया में उनके जैसे कई लोग हैं – जो नजर नहीं आते, जिन्हें पहचानना मुश्किल होता है, और जिन्हें अक्सर लोग अनदेखा कर देते हैं.
पाकिस्तान में और भारत में भी सबको पता था कि सवाल यह नहीं था कि हमले किए जाएंगे या नहीं बल्कि यह था कि वह कब किए जाएंगे. मोदी सरकार ने इन 14 दिनों का इस्तेमाल यह जताने के लिए किया कि उसे कोई हड़बड़ी नहीं है.