मनमोहन सिंह ने कहा, 'पिछले 70 सालों में ऐसी कोई सरकार नहीं हुई जिसे सेना के शौर्य के पीछे छुपना पड़े. हमारी सेना के राजनीतीकरण के ऐसे प्रयास शर्मनाक हैं.'
दिल्ली 67 साल पहले 1952 में देश की पहली लोकसभा के लिए एक मलयाली को बाहरी दिल्ली यानी ग्रामीण दिल्ली सीट से ससम्मान भाव से निर्वाचित कर रही थी. क्या ये कोई छोटी बात है?
अपने गठन के बाद अपने संस्थापक स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद के बिना पहला चुनाव लड़ रही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के लिए इस बार का लोकसभा चुनाव उसके अस्तित्व की लड़ाई बन गया है.
दिल्ली के सीएम अपने पहले रोड शो में लोगों को समझाना चाह रहे थे कि भले ही ये पीएम चुनने का चुनाव हो लेकिन अगर आप के सासंद जीतते हैं तो उनके लिए लोगों का काम कराना आसान हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने कल 6:15 बजे प्रमाण पत्र जमा करने को कहा था. समय पर प्रमाण पत्र जमा करने के बावजूद मेरा नॉमिनेशन रद्द किया गया है. इसके लिए वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.