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Thursday, 2 May, 2024
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भाजपा के लिए मौके पर चौका लगाने जैसा है मसूद अजहर का मुद्दा

भाजपा विदेशों में भारत की बढती साख के उदाहरण के रुप में मसूद अजहर के फैसले को पेश कर रही है. पार्टी का कहना है कि मोदी ने जो अमेरिका, फ्रांस जैसे सुरक्षा परिषद के सदस्यों से मजबूत संबंध स्थापित किए है.

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों की गहगहमी के बीच राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों के अलावा अब भाजपा को एक मुद्दा और हाथ लग गया है. जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा वैश्विक आंतकवादी घोषित किए जाना को भाजपा अपनी बड़ी सफलता के रूप में भुनाने में जुट गई है. घोषणा के कुछ समय बाद ही मंगलवार को राजस्थान के जयपुर में अपनी रैली में पीएम मोदी ने इसका इस्तेमाल भी ​किया. मोदी ने कहा कि ‘रिपोर्ट आ रही है कि संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अज़हर पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक शक्ति का परिणाम है. देर आए, दुरुस्त आए. आगे-आगे देखिए होता है क्या.’

भाजपा जीएसटी और नोटबंदी से देशभर में उपजी नाराज़गी से चिंतित थी और चुनाव से पहले हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुए घटनाक्रम ने भाजपा को नया मुद्दा सौेंपा. नरेंद्र मोदी सरकार ने एयर स्ट्राइक को जमकर भुनाया. हालांकि, एयर स्ट्राइक और चुनाव के बीच लंबे हुए फासले से भाजपा की पेशानी पर फिर से बल पढ़ने लगे थे. ऐसे समय पर मसूद अज़हर पर बैन ने भाजपा को फिर से इन चुनावी में संजीवनी दे दी है.


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लोकसभा चुनावों के चार चरण खत्म होने के बाद अभी निर्णायक तीन चरण बाकी है. इनमें 169 सीटों पर चुनाव है. इनमें से अधिकांश सीटें हिंदी पट्टी राज्यों की है. इनमें भाजपा ने 2014 के चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया था. पार्टी इस बार भी वहीं रिकार्ड दोहराना चाहती है. मसूद अज़हर पर बीच चुनावों में बैन का फायदा अब पार्टी इन चरणों में उठाने की तैयारी में लग गई है. राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा और पीएम मोदी की नेतृत्व क्षमता के अलावा मसूद अज़हर का वैश्विक आंतकवादी घोषित होना पार्टी के चुनावी अभियान को धार देगा.

भाजपा का विरोधियों को जवाब

देश में चल रहे चुनावी महौल के बीच में ही पीएम मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ़ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से सम्मानित किया गया. इसके अलावा पीएम को यूएई के जायद मेडल और दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. इन पुरस्कारों से भाजपा ने विपक्ष की प्रधानमंत्री की हमेशा विदेशी दौरों पर रहने की आलोचना को जवाब ​दिया.

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इन पुरस्कारों को भाजपा चुनाव में इसे भारत की दुनिया में बढ़ती पहचान के रुप में दिखा रही है. पार्टी का मानना है कि यह मोदी की विदेश यात्राओं का ही सीधा नतीजा है कि भारत की साख बढ़ी है.

पार्टी का कहना है कि मोदी ने जो अमेरिका, फ्रांस जैसे सुरक्षा परिषद के सदस्यों से मजबूत संबंध स्थापित किए है. यह उसका ही नतीजा है कि इन देशों ने चीन पर दबाव बनाया है. भारत चीन के बीच जिस वुहान स्पिरिट की विपक्ष खिल्ली उड़ा रहा था, इस फैसले को भाजपा उसके जवाब के रूप में पेश कर रही है.

इधर घोषणा उधर भाजपा ने श्रेय की राजनीति शुरु की

मसूद अज़हर को वैश्विक आंतकवादी घोषित होने बाद भाजपा ने इस मुद्दे को भुनाने में देरी नहीं की. भाजपा अध्यक्ष अ​मित शाह ने मंगलवार शाम को दक्षिण दिल्ली में वसंत कुंज में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भाजपा सरकार में पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आज अकेला खड़ा है. वहीं, पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है. आतंक को पनाह देने, ट्रेनिंग देने वाला देश पाकिस्तान है. भारत सरकार के प्रयासों के कारण मसूद अज़हर आतंकी घोषित कर दिया गया है. मैं पीएम को कोटि-कोटि बधाई देता हूं. भाजपा सरकार ने 40 घुसपैठिए चिन्हित किए हैं जिन्हें देश से जल्द ही बाहर किया जाएगा.’

वहीं मंगलवार शाम को ही उत्तर पूर्वी सीट पर भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर के लिए प्रचार के लिए पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 2014 में आतंकवाद में जितनी मौतें हाती थीं,अब उसमें 65 प्रतिशत की कमी आई है. ‘हमारी सरकार देशद्रोह के कानून की समीक्षा करेगी. ऐसा सख्त कानून बनाएंगे कि अगर कोई देशद्रोह करेगा तो उसकी रूह कांप जाएगी.’


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वहीं राजनाथ ​सिंह ने ट्वीट कर कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी कामयाबी मिली है. जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तान स्थित ओर वहां से समर्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया है. क़रीब एक दशक से भारत संयुक्त राष्ट्र संघ में इसके लिए कूटनीतिक प्रयास कर रहा था. आज भारत को यह बड़ी कामयाबी मिल गयी है.

पुलवामा में हुए आतंकी हमले समेत भारत की धरती पर कई बड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाले मसूद अज़हर और उसके संगठन को उनके किए गए अपराधों और गुनाहों की सज़ा दिलाने में संयुक्त राष्ट्र का यह क़दम काफ़ी मददगार सिद्ध होगा. भारत को मिली इस कूटनीतिक सफलता का श्रेय हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कूटनीति कौशल और आतंकवाद के ख़िलाफ़ उनके द्वारा उठाए गए अनेक प्रभावी क़दमों को जाता है.

मोदी हर रैली में भुना रहे है राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा

पीओके में आंतकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद पीएम मोदी ने अपनी चुनावी रैली में राजस्थान में कहा था कि देश को विश्वास दिलाता हूं कि देश सुरक्षित हाथों में है. ‘देश से बढ़कर हमारे लिए कुछ नहीं है. उन्होंने कविता पढ़ते हुए कहा था कि सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा. मैं देश रूकने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा, सौगंध मुझे है मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा. मैं देश नहीं रूकने दूंगा.’ इसके बाद से लगातार पीएम अपनी हर चुनावी रैली में राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद का मुद्दा उठा रहे है.

विपक्ष अब इस ‘राष्ट्रवादी सफलता’ को कुंद करने की कोशिश में जुट गया है. क्या ये प्रतिबंध भाजपा को वो बढ़त दिला पायेगा या उसे जीत के करीब ले जाए यह तो अब समय ही बताएगा.

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