मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की भारत यात्रा दोनो देशों के बीच संबंधो में पुरानी गर्माहट लाने की तरफ अहम कदम है. भारत के मालदीव से रिश्ते को यामीन सरकार के दौरान धक्का लगा था.
अकबर ने जो बातें दूसरों को सीखने के लिए कहीं, उन्हें खुद भी अपनी ज़िंदगी में अपनाया. हिंदू धर्म और इस्लाम के अलावा दूसरे धर्मों के प्रति उसका जो सम्मान था, वो सिर्फ उसकी राजनीति में नहीं, बल्कि उसकी अपनी आस्था और निजी व्यवहार में भी साफ दिखाई देता था.