हालांकि, अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि फाइजर बायोएनटेक और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका का टीका जिसे कोविशील्ड के नाम से जाना जाता है, डेल्टा स्वरूप के साथ ही नये संक्रमणों के खिलाफ अब भी बेहतर सुरक्षा उपलब्ध कराते हैं.
बुर्किना फासो के सहेल क्षेत्र में हुए इस हमले की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े आतंकवादी पश्चिम अफ्रीकी देश में सुरक्षाबलों पर हमले करते रहे हैं.
बाइडन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने के लिए 31 अगस्त की समयसीमा तय की थी. उन्होंने कहा कि अगर कोई अमेरिकी नागरिक वहां रह जाता है तो हम तब तक वहां रुकेंगे जबकि उन्हें बाहर न निकाल लें.
पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 325 अमेरिकी नागरिकों सहित लगभग 2,000 लोगों को अमेरिकी वायु सेना के सी-17 द्वारा 18 उड़ानों में काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से बाहर निकाला गया है.
जयशंकर ने समकालीन खतरों से निपटने को लेकर संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों को सुरक्षित करने के लिए एक संभावित ढांचा तैयार करने के लिए चार-सूत्रीय रूपरेखा का प्रस्ताव भी दिया.
तालिबान के काबुल के नजदीक पहुंचने से पहले ही गनी देश छोड़ कर चले गए थे. यूएई की सरकारी समाचार समिति ‘डब्ल्यूएएम’ ने बुधवार को अपनी एक खबर में यह जानकारी दी.
अफगानिस्तान दुनिया के सिर्फ उन दो मुल्कों में से एक है जहां पोलियो अभी भी मौजूद है. साथ ही, यहां की केवल 0.6% वयस्क आबादी को कोविड के पूरे टीके लगे हैं जबकि वैश्विक औसत 23.6% है.
चीन काबुल में तालिबान सरकार को मान्यता के एक पूर्व शर्त के रूप में तालिबान से यह सुनिश्चित करने पर भी जोर दे रहा है कि ईटीआईएम शिनजियांग को लक्षित करने के लिए अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल न करे.
बाइडन ने अप्रैल में घोषणा की थी कि अमेरिकी सेना को इस साल 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से वापस बुलाया जाएगा जिससे दो दशक तक चले देश के सबसे लंबे युद्ध का अंत हो गया.