scorecardresearch
Monday, 10 November, 2025
होमThe FinePrint

The FinePrint

दिल्ली में बैन, बेंगलुरु में रफ्तार कायम—इस शहर ने कैसे पुरानी बाइकों को जिंदा रखा है

दिल्ली जैसे शहरों में टू-स्ट्रोक बाइकों का दौर कब का ढल चुका है, लेकिन बेंगलुरु में ये आज भी एक खास दीवानगी को ज़िंदा रखे हुए हैं. "जिन्हें असली शौक होता है, वही इसमें उतरते हैं."

DTC का खोया हुआ दशक — बेहतर से बदतर तक, इलेक्ट्रिक बसों से फिर जगी उम्मीद

दिल्ली में नई बीजेपी सरकार खुद को डीटीसी का रक्षक बता रही है. चार महीने में 400 देवी बसें सड़कों पर उतारी गई हैं, डिपो को बेहतर किया गया है और नए रूट बनाए जा रहे हैं.

प्राडा के मिलान फैशन वीक की गलती से फिर लौट सकती हैं कोल्हापुरी चप्पलों की शान

कोल्हापुरी चप्पलें लंबे समय से कम मांग और घटती कारीगर संख्या से जूझ रही हैं. अब सांस्कृतिक चोरी का एक मामला इस पारंपरिक शिल्प को दोबारा ज़िंदा करने का मौका दे रहा है.

गाज़ियाबाद में ‘वेस्टआर्कटिका एंबेसी’ की दुनिया — कैसे एक फर्जी डिप्लोमैट ने 8 सालों तक लोगों को ठगा

इस हफ्ते, यूपी एसटीएफ ने गाज़ियाबाद में हर्षवर्धन जैन के किराए के बंगले पर छापा मारा, जिसे वह पिछले 8 सालों से 'सेबॉर्जिया, पॉल्बिया, लोडोनिया और वेस्टआर्कटिका' के दूतावास के रूप में दिखा रहा था.

दलित महिलाएं पंजाब में खेत वापस ले रही हैं — ‘हम इसी ज़मीन पर पैदा हुए हैं, इस पर हमारा हक़ है’

मालवा इलाके के कई गांवों में दलित महिलाओं ने साझी ज़मीन पर खेती करने का हक़ हासिल किया है. अब वे एक नई बस्ती – बेगमपुरा – बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं और जानबूझकर गिरफ़्तारी दे रही हैं.

बिहार 19वीं सदी का अमेरिकन साउथ हो गया है. सिटीजनशिप अब वोटर्स को बाहर करने का जरिया बन गई है

संस्थागत आदेश के जरिए मताधिकार से वंचित करना बिलकुल अलोकतांत्रिक कदम है. बिहार में जो नई प्रक्रिया चलाई जा रही है उससे भाजपा का ही पलड़ा भारी होने जा रहा है.

मोदी सरकार को लेकर जगदीप धनखड़ की विदाई तीन संदेश देती है

मोदी के दौर में जगदीप धनखड़ इतनी दूर तक इसलिए पहुंचे क्योंकि वह सरकार के लिए एक प्रभावी हथियारबंद व्यक्ति (हैचेट मैन) के रूप में काम करने को तैयार थे.

पाकिस्तानी लिंक, एनकाउंटर, और सीलबंद चार्जशीट—कैसे 7/11 केस की पूरी कहानी ध्वस्त हो गई

19 साल बाद, बॉम्बे हाई कोर्ट ने आखिरकार वही बात कही जो सरकारें और खुफिया एजेंसियां सालों से जानती थीं: धमाकों के लिए जिन लोगों को सज़ा दी गई थी, उनका इससे कोई लेना-देना नहीं था.

राजीव शुक्ला का बढ़ता कद — एक रिपोर्टर से ‘सबके बेस्ट फ्रेंड’ और अब BCCI प्रमुख की रेस में सबसे आगे

शुक्ला के दोस्त सभी पार्टियों, बिज़नेस जगत और क्रिकेट की दुनिया में हैं. वह हर सही मौके पर फोटो खिंचवाने में इतने माहिर हैं कि अब ये कांग्रेसी पॉपुलर कल्चर का हिस्सा बन चुके हैं.

मत-विमत

सऊदी अरब की तेल की ताकत घट रही है. इसका अमेरिका के साथ उसके रिश्तों पर क्या असर पड़ेगा?

इसमें कोई संदेह नहीं कि सऊदी अरब ने अपनी समस्याओं को खुद बढ़ाया है, जिसका कारण नेतृत्व का अहंकार और खराब सलाह है. ‘दि लाइन’ इसका स्पष्ट उदाहरण है.

वीडियो

राजनीति

देश

‘शरीर के टुकड़े देखे, एक शख़्स मेरी आंखों के सामने गिरकर मर गया’: लाल किले के पास धमाके के बाद चश्मदीदों ने बताए हालात

नई दिल्ली: सोमवार को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में हुए विस्फोट के बाद चश्मदीदों ने अफरा-तफरी और डर का...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.