विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाने वाली रैली में 2 दर्जन नेता पहुंचे, सभी ने सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कही.
महागठबंधन में शामिल होने वाली पार्टियां शनिवार को कोलकाता में हो रही ममता बनर्जी की रैली छोड़ेंगे या फिर सिर्फ अपना प्रतिनिधि भेज कर अपनी हाजिरी लगा देंगे.
बिहार के पास ऐसी उपजाऊ ज़मीन है जो पूरे भारत में सबसे ज्यादा क्रांतियों को जन्म देने वाली रही है. इसके बावजूद बिहार इतना पीछे क्यों रह गया? राजनीति का स्थायी जुनून ही उसके विनाश की मूल वजह है.