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Thursday, 14 November, 2024
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राजनीति

कर्नाटक की राजवंश राजनीति की रेस में कांग्रेस के आगे भाजपा का कोई कम्पीटिशन ही नहीं

मुख्यमंत्री के बेटे यतिंद्रा से लेकर गृह मंत्री की बेटी सौम्या रेड्डी तक, लगभग 30 कांग्रेस विधायकों के सगे संबंधी टिकट के लिए लाइन में लगे हुए हैं।

नियमों के बावजूद पार्टी में एक भी दलित पदाधिकारी न होने से गुस्से में हैं भाजपा के दलित

सत्तारूढ़ दल के दलित नेताओं का कहना है कि पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया है और बीजेपी के गढ राज्यों में विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए अनुसूचित जाति का एक भी वरिष्ठ नेता नहीं है।

राहुल गांधी और सिद्दारमैया ने ऑनलाइन और सड़क पर चलाया चुनावी अभियान

कांग्रेस की चुनाव प्रसार की गति तेज हो गई है जहाँ वे 12 मई को अपने अंतिम गढ़ों में से एक के बचाव की तैयारी...

नीतीश कुमार: जो व्यक्ति शासक बनने वाला था, आज अपनी सबसे बुरी स्थिति से गुजर रहा है

बिहार में सांप्रदायिक दंगों पर नीतीश चुप्पी साधे रहे, उन्होंने भाजपा से जुड़े संदिग्धों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि एक समय...

कैसे एक पूर्व इंफोसिस इंजीनियर बना एक अमीर बिटकॉइन माइनर और साथ ही एक “भगौड़ा”

अमित भारद्वाज पर आरोप है कि वह एक लुभावनी योजना बिटकॉइन का उपयोग करके दुबई के लिए चंपत हो गया, योजना के द्वारा चूना...

चंद्रबाबू नायडू: एक ऐसे चतुर राजनितिज्ञ हैं, जिन्होंने अपने ससुर तक को बेदखल करने में संकोच नहीं किया

अपने कैरियर के दौरान, नायडू को जो भी ज्यादा फायेदमंद लगा, उसके लिए उन्होने दल बदल लिया, जिससे उनके विरोधी उन्हें ‘अवसरवादी’ की उपाधी...

गोरखपुर उपचुनाव: बेशक यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हार है

 गोरखनाथ मन्दिर स्थानीय राजनीति का हमेशा से केन्द्र रहा है और ऐसा विश्वास है कि जिस उम्मीदवार को इस मन्दिर का आर्शीवाद है, वही...

उपचुनावों में हार का अर्थ है, शिवराज सिंह चौहान के लिए मध्य प्रदेश में गम्भीर संकट

वरिष्ठ बीजेपी नेताओं का मानना है कि चौहान, जो कि इस वर्ष के चुनावों में सत्ता-विरोधी लहर से जूझ रहे हैं, को केन्द्रीय नेतृत्व साईडलाइन कर देगा.

जस्टिन ट्रूडो के भारत दौरे का एक पहलू: कट्टर प्रतिद्वंद्वी मोदी व कांग्रेस एक मंच पर

सूत्रों का कहना है कि जब अमरिन्दर सिंह ने केन्द्र को कनेडियन राजनितिज्ञों के खालिस्तानी अलगाववादियों को समर्थन देने के बारे में बताया तो केन्द्र ने उनका पक्ष लेने का निर्णय किया.

केरल का कन्नूर – राजनीतिक हत्याओं का गढ़: संघ और सीपीएम आमने सामने

कन्नूर जिले में वर्ष 2000 से 2016 के बीच 69 राजनीतिक हत्याएं हुईं, जिनमें से 31 लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस)/भाजपा के थे और 30 लोग सीपीआई (एम) के थे.

मत-विमत

जम्मू में आतंकवाद से निपटने के लिए सैनिक बल बढ़ाना काफी नहीं, गतिशील जवाबी ग्रिड की भी ज़रूरत

जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद की वापसी चिंता की बात है, भारत को अमेरिका और इज़रायल जैसे देशों की एक-तरफा कार्रवाइयों से संकेत लेते हुए अपने कदमों के बारे में फैसला करना चाहिए.

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देश

मणिपुर के जिरीबाम और चुराचांदपुर से हथियार एवं गोला-बारूद बरामद

इंफाल, 14 नवंबर (भाषा) सुरक्षा बलों ने मणिपुर के जिरीबाम और चुराचांदपुर जिलों से हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा जब्त किया है। पुलिस...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.