अपने क्षेत्रीय नेताओं की सलाह पर चलते हुए चुनाव से पहले कांग्रेस ने जेडीएस से गठबंधन नहीं किया लेकिन अगर उन्होंने साथ चुनाव लड़ा होता तो उन्हें 150 सीटों पर विजय प्राप्त होती।
ऑनलाइन सर्वेक्षण में 28% उत्तरदाताओं का कहना है कि सरकार उनकी उम्मीदों पर खरी उतरी है, जोकि पिछले साल के मुकाबले एक बड़ी उपलब्धि है, जबकि 43% उत्तरदाता असंतुष्ट हैं। बाकी उत्तरदाताओं का कहना है कि यह सरकार उनके अनुमान के अनुसार कार्य कर रही है।
‘पोस्ट-ट्रुथ’, ट्रम्प अभियान का एक उपहार, यानि कि एक ऐसी स्थिति जिसमें लोग तथ्यों पर ध्यान न देते हुए जो विश्वास करना चाहते हैं उसके आधार पर तर्क स्वीकार करने की अधिक सम्भावना रखते हैं।
मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के युग में भी कांग्रेस ने युवा पीढ़ी के समर्थन में पोस्टकार्ड के माध्यम चुने जाने के सवाल पर पार्टी ने कहा कि यह कार्य "राज्य में इंटरनेट और मोबाइल की "खराब सेवाओं" की समस्या को उजागर करने के लिए था
पार्टी की एक आंतरिक रिपोर्ट के अनुसार, उम्मीद की जा रही है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में करीब 15 करोड़ युवा पहली बार मतदान करेंगे। कांग्रेस इन नए मतदाताओं को लुभाने के बारे में विचार कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आदेशित दलित आउटरिच कार्यक्रम के दौरान पार्टी नेताओं को कई बार शर्मिंदा होना पड़ा। लेकिन अब भाजपा के ही दलित नेता इसकी आलोचना कर रहे हैं।
“गॉडमैन से टाइकून” पुस्तक से – प्रियंका पाठक-नारायण बाबा रामदेव के सहयोगियों में से एक सहयोगी की संदिग्ध मौत के बारे में लिखती हैं, यह अनकही कहानी आज भी योग गुरू बाबा रामदेव का पीछा कर रही है
दूसरे चरण के चुनाव में BJP के भाग्य का फैसला बहुत कुछ कर्नाटक, राजस्थान और महाराष्ट्र में सीटों के लिए हुई चुनावी लड़ाई के नतीजों पर निर्भर है. पिछली बार बीजेपी ने इन राज्यों में बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन इस बार उसे तगड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.