राजनेता न केवल अपनी पुश्तैनी सीट बचाने में नाकामयाब रहे. बल्कि अपनी जीत का दंभ भरने वाले और देश के प्रधानमंत्री रहे चुके देवेगौड़ा सहित 13 मुख्यमंत्री चुनाव हार गए हैं.
सपा नेता डिंपल यादव कन्नौज से, धमेंद्र यादव बदायूं और अक्षय यादव फिरोजाबाद से हारे हैं. वहीं बिहार में महागठबंधन में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद खाता भी नहीं खोल पाई.
मोदी सरकार कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में यूपीए से अधिक सक्षम रही और उसने महंगाई को काबू में रखा. कांग्रेस का ‘चोर’ मोदी वाला विरोध बुरी तरह नाकाम रहा.
कई लिहाज़ से कमजोर होने के बावजूद ईरान दूसरों को धमकियां देता रहा है और गिर-जिम्मेदाराना हरकतें करता रहा है, लेकिन आतंकवादी रणनीति आपको यहीं तक पहुंचा सकती है.