चुनाव है तो नेताओं से थोड़ी ठिठोली तो बनती ही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे 134 कैंडिडेट्स से दिल्ली के समाचारपत्र ने 10 गुदगुदाने वाले सवाल दागे जिनका नेताओं ने जमकर जवाब दिया.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने तीसरे साक्षात्कार में कहा कि बांग्लादेशी और पाकिस्तानी शरणार्थियों को देश से बाहर निकालना शिवसेना की पुरानी मांग रही है.
शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक संजय राउत को दिए साक्षात्कार में उद्धव ने कहा, 'मैंने क्या मांगा था भाजपा से? जो तय था वही न! मैंने उनसे चांद-तारे मांगे थे क्या?'
भाजपा के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ ने बदरपुर की रैली में कहा, शाहीन बाग का प्रदर्शन तो बहाना है, असल में वे जम्मू कश्मीर में हटाए गए अनुच्छेद 370 और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं.
दिल्ली चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी भी अब कमर कस कर तैयार हो गई है. मतदान के छह दिन पहले दो मेनिफेस्टो के साथ पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर वृद्धा पेंशन योजना शुरू करने की घोषणा की.
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संकल्प पत्र में कहा गया कि सभी पुनर्वास कॉलोनियों के निवासियों को मालिकाना हक़ देकर उनकी संपत्ति को फ़्री होल्ड करने का काम किया जाएगा. दिल्ली वासियों को कचरे के ढेरों से पूरी तरह से मुफ्त किया जाएगा.
भारत को जो लक्ष्य हासिल करना चाहिए, वह है पाकिस्तान को एक नया रूप देना, न कि वह देश जैसा उसके जनरलों और मौलवियों ने कल्पना की है. गुस्से के शब्द और क्रोध की लहरें काफी नहीं होंगी.