वीएचपी लीगल सेल का कार्यक्रम, जिसमें न्यायमूर्ति दिनेश पाठक और शेखर यादव ने शामिल हुए, हाई कोर्ट की लाइब्रेरी हॉल में आयोजित किया गया था. वीएचपी का कहना है कि उन्हें ‘फैकल्टी के रूप में विशिष्ट विषयों पर बोलने के लिए’ आमंत्रित किया गया था.
सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाते हुए भाजपा अरविंद केजरीवाल के सीएम रहते हुए उनके बंगले के कथित ‘शानदार’ जीर्णोद्धार और दिल्ली सरकार की वायु, जल प्रदूषण से निपटने में विफलता को निशाना बनाएगी.
AAP के नेता ने कहा कि भाजपा निर्वाचन आयोग के पास ‘झूठे आवेदन’ दाखिल कर रही है, जिसने ऐसे सभी आवेदनों को सार्वजनिक नहीं किया है, जबकि भाजपा का कहना है कि वह अवैध घुसपैठियों, मृतकों और स्थानांतरित लोगों के नाम हटा रही है.
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ न बोलने और उससे दूरी बनाने का फैसला किया है. सपा नेता भी अडाणी मुद्दे पर लगातार विरोध से नाराज़ दिखाई देते हैं.
राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने जांच के आदेश दिए हैं. उनके बयान पर कांग्रेस ने विरोध जताया, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जांच पूरी होने तक सिंघवी का नाम नहीं लिया जाना चाहिए था.
पूर्व कट्टरपंथी नारायण सिंह चौरा ने कई इंटरव्यू दिए हैं, जिनमें उन्होंने सिख समुदाय, अपने ‘अकाल संघ’ और ‘खालिस्तान के संविधान’ के अलावा अन्य बातों के बारे में बात की है.
भाजपा शिंदे को डिप्टी सीएम पद पर शामिल होने के लिए मना रही थी, लेकिन उन्होंने गुरुवार को अंतिम घंटे तक अपनी सहमति नहीं दी. सेना सूत्रों का कहना है कि उन्होंने गृह विभाग मिलने की शर्त रखी थी.
मीना ने जून में राजस्थान के कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था और हालांकि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया, उन्होंने अपने कर्तव्यों से दूरी बनाए रखी. राज्य में उन्हें 'व्हिसलब्लोअर' और 'शक्ति केंद्र' के रूप में देखा जा रहा है.