मेघालय में 2021 में कांग्रेस विधायकों के दल बदलने के कारण रातो-रात प्रमुख विपक्षी पार्टी के तौर पर उभरी टीएमसी ने राज्य में करीब 14% वोट हासिल किए है. वहीं, त्रिपुरा में इसका वोट शेयर 1% से भी कम रहा.
एक विशेष इंटरव्यू में बघेल ने नक्सल राजनीतिक हत्याओं पर चर्चा की, कि कैसे ईडी के अधिकारी राज्य में 'घूम रहे हैं' और उन्हें क्यों लगता है कि कांग्रेस इस साल होने वाले चुनावों में सत्ता में लौटेगी.
मेघालय में 3 सीटों पर आगे चल रही भाजपा के अपने दम पर बहुमत हासिल करने से चूकने की संभावना है और अगर राज्य में सरकार बनाना है तो चुनाव के बाद गठबंधन की तलाश करनी पड़ सकती है.
2003 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने पुरानी पेंशन योजना बंद कर दी थी और यह मुद्दा रायपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के पूर्ण सत्र में पारित आर्थिक प्रस्ताव का हिस्सा भी नहीं थी.
नागालैंड में सत्ताधारी गठबंधन की जीत तय दिख रही है जबकि कांग्रेस का ड्राय रन जारी है. सवाल यह है कि क्या एनडीपीपी के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा एनपीएफ जिसने अकेले चुनाव लड़ा, विपक्ष की कुर्सी संभालेगा या नहीं.
त्रिपुरा की 60 सीटों के लिए 16 फरवरी को हुए चुनाव में 87.6 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को हुए चुनाव में क्रमशः 85.17 प्रतिशत और 83.63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
दो सप्ताह पहले चुनाव आयोग के शिंदे गुट को 'शिवसेना' नाम और पार्टी का पारंपरिक धनुष-बाण चिन्ह आवंटित करने के आदेश के बाद से दोनों पार्टियां अपने-अपने प्रचार अभियान चलाने में लगी हैं.
उच्च न्यायालय ने आरएसएस को रविवार को राज्य के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील भैंसा शहर में रूट मार्च निकालने की अनुमति दे दी. राज्य के अधिकारियों ने पहले उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
लेकिन भारत के लिए असली संघर्ष कश्मीर की जनता को भारत के लक्ष्यों में सुरक्षित, समृद्ध सहयोगी बनाने का है. नई ट्रेन की हर एक यात्रा हमें इस उद्देश्य के निरंतर करीब लाती जाएगी.