बयानबाजी से बचने की न्यायपालिका की अघोषित अचार संहिता को तोड़कर जजों ने जो संकट पैदा किया है वह क्या मोड़ लेगा, यह मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा पर निर्भर है.
अगर सरकार आप पर नजर रखना चाहे तो उसे 'आधार' को आधार बनाने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन गरीबों को अपने अधिकारों के लिए उसका सहारा लेने की जरूरत जरूर पड़ेगी.
चीन ने लोगों में, परियोजनाओं में निवेश को बढ़ाया है और इसके भारी फायदे उसे मिल रहे हैं. भारत को अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए दोगुनी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी.
अन्नादुरै, करुणानिधि, एमजीआर और जयललिता सरीखे दिग्गजों के इर्दगिर्द घूमती रही तमिल राजनीति में आए बड़े शून्य को भरने की कोशिश करेंगे सुपरस्टार रजनीकांत.
दिल्ली सरकार मानती है कि निर्माण कार्य रोकने और वाहनों की आवाजाही कम करने से प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है, लेकिन ये सब खून से लथपथ घावों पर जल्दबाजी में की गई मरहम पट्टी के सिवा कुछ नहीं है.