scorecardresearch
Saturday, 4 May, 2024
होममत-विमत

मत-विमत

‘गो नियाज़ी गो’ से ‘गो नवाज़ गो’ तक- गानों और डीजे के साथ रॉक कंसर्ट जैसे हैं पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन

पाकिस्तान में एक सियासी गीत दलेर मेहंदी से प्रेरित रहा है, जबकि अमिताभ बच्चन की एक फिल्म के लिए, भारत ने बेनज़ीर भुट्टो का गीत लिया था.

आखिर मीडिया ट्रायल पर कैसे लगेगा अंकुश, कौन तय करेगा इसकी आजादी की सीमा

अन्यथा वह समय दूर नहीं है जब न्यायपालिका संविधान में प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में आ रही मीडिया के लिये विशेष परिस्थितियों या मामलों के संबंध में ‘कोई लक्ष्मण रेखा’ नहीं खींच दे.

बिहार चुनाव में चंद्रशेखर आजाद की एंट्री से मायावती की बेचैनी बढ़ जानी चाहिए

आदित्यनाथ की ठाकुरवादी छवि ने दलितों के बीच भाजपा की छवि को क्षति पहुंचाई है जबकि कांग्रेस प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व से आगे जाने में नाकाम रही है. यह स्थिति मायावती से ज्यादा आजाद के उभरने में मददगार साबित हो सकती है.

पाकिस्तानी सेना नवाज़ शरीफ़ के साथ विवाद का जोखिम नहीं उठाएगी, इमरान ख़ान से छुटकारा पाना ज्यादा आसान है

प्रधानमंत्री चुने जाने और कुर्सी से बेदखल किए जाने के अपने तीन बार के अनुभवों के कारण नवाज़ शरीफ़ राजनीति पर पाकिस्तान सेना की पकड़ को भलीभांति जानते हैं. अब वह सारा कच्चा चिट्ठा खोल रहे हैं.

मोदी सरकार के 3 कृषि कानूनों के बाद के किसानों के पहले सर्वेक्षण के नतीजे बीजेपी के लिए बुरी ख़बर

अगर मीडिया और सरकार किसानों के रोष और विरोध को सुविधाभोगियों के विद्रोह के रुप में देखते-बताते हैं तो यह सच्चाई से इनकार करना होगा.

बिहार में चुनाव के साथ ही देशभर में धार्मिक ध्रुवीकरण ने दायें-बायें से जोर पकड़ा

नागरिकता संशोधन कानून के जिन्न को बीजेपी फिर बोतल से बाहर ला रही है. बिहार में विधानसभा चुनाव हो रहा है और बंगाल में चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है.ऐसे में देशभर में ध्रुवीकरण का मामला भी जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है.

पाकिस्तानी जनरलों पर अवामी अदालत में मुकदमा- इमरान खान की सियासी पारी सिमटने की शुरुआत

पीडीएम के पंजाब के गुजरांवाला और सिंध के कराची महानगर में 16 और 18 अक्टूबर में एक के बाद एक लगातार दो रैलियां करने से सत्तासीन सरकार का आत्मविश्वास डगमगा गया है.

एस.एस. राय बंगाल से पंजाब तक सिर्फ संकटमोचक ही नहीं थे बल्कि भारत में बौनों के बीच कद्दावर नेता थे

सिद्धार्थ शंकर राय को दोनों बंगाल को देखने का काम सौंपा गया था— पश्चिम बंगाल का शासन संभालने का और पूर्वी बंगाल के शेख मुजीबुर रहमान से राजनयिक संबंध बनाने का

भारत में स्पेशलिस्टों की भरमार है, जबकि कहीं अधिक ज़रूरत फैमिली डॉक्टरों की है

भारत के हर कस्बे और शहर में एक मल्टी-स्पेशियलिटी क्लिनिक या अस्पताल है. लेकिन हमारे परिवार के चिकित्सक कहां हैं जो हमें बता सकते हैं कि ’डॉक्टर के पास जाएं’?

बंगाल में ममता बनर्जी की दुविधा-हिंदुओं को पूजा की अनुमति दें या Covid को काबू करें, आत्मसंतुष्ट भाजपा की हालात पर नजर

कोरोनावायरस वास्तव में एक बड़ा खतरा है. लेकिन यह भी एक तथ्य है कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में इधर कुआं उधर खाई वाली स्थिति में फंस गई हैं, जहां अगले साल चुनाव होने वाले हैं.

मत-विमत

भाजपा को बंगाली बनने की ज़रूरत है, रोशोगुल्ला से आगे बढ़िए, पान्ताभात खाइए, होदोल कुटकुट को जानिए

पश्चिम बंगाल में ‘घुसपैठिये’ या ‘तुष्टीकरण’ जैसे शब्द बहुत कम सुनाई पड़ते हैं, न ही ‘मंगलसूत्र’ या अमित शाह द्वारा ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ नारे को ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ में बदलने जैसे वाक्या सुनाई देते हैं.

वीडियो

राजनीति

देश

सोने की तस्करी की खबरों के बीच भारत में अफगान राजनयिक ने दिया इस्तीफा

नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) भारत में अफगानिस्तान की वरिष्ठ राजनयिक जकिया वारदाक ने पिछले महीने मुंबई हवाई अड्डे पर 18.6 करोड़ रुपये...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.