बदलते मौसमों के साथ गर्मी, जाड़ा व बरसात और महामारी के अंदेशों को झेलते हुए भी वे प्रदर्शन स्थलों पर जमे हुए हैं और अब उन्होंने अपने आन्दोलन का विस्तार करते हुए उसे गुरिल्ला शक्ल देने का फैसला भी किया है.
एक वयस्क पुरुष के रूप में मेरा वजन और ऊंचाई दोनो बहुत प्रभावशाली होती है. मैं 10 फीट तक लंबा हो सकता हूं और मेरा वजन तो 200 किलो तक भी हो सकता है और कृपया करके मेरे सीने के माप और इस तरह की अन्य बकवास के बारे पूछने की हिमाकत कतई ना करें!
विपक्षी पार्टी के तौर पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस फर्जी मुठभेड़ों में आदिवासियों की हत्या को आक्रामकता के साथ उठाती थी. इसके नेता मौके पर पहुंचते थे और बयान जारी करते थे लेकिन सत्ता में आने के बाद यह मौतों की किसी विशेष आयोग से जांच भी नहीं करवा रही है.
पहले के दिनों में अर्थव्यवस्था को जो तीन चीजें तबाह करती थीं— युद्ध, अकाल, और तेल संकट— उनका मोदी को अपने राज में तो न के बराबर ही सामना करना पड़ा मगर कोविड महामारी ने उनकी खुशकिस्मती को ग्रहण लगा दिया.
मोदी और शाह को अच्छी तरह पता है कि राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ कांग्रेस ही उनके लिए चुनौती साबित हो सकती है और गांधी परिवार ही उसे एकजुट रखने की क्षमता रखता है. इसलिए उसके ऊपर बेरहमी से हमला करते रहने की जरूरत है.
भारत में म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस के 7,000 से अधिक मामले हो गए हैं. इस त्रासदि का कारण ग़लत जानकारी की वजह से, स्टेरॉयड्स का अंधाधुंध उपभोग हो सकता है.
एन वी रमन्ना के कार्यकाल में अगर शीर्ष अदालत में महत्वपूर्ण मुकदमों की सुनवाई का सीधा प्रसारण शुरू हो गया तो निश्चित ही इसे न्यायपालिका के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी और पारदर्शिता लाने वाला कदम माना जायेगा.
कश्मीर में जो सामान्य स्थिति बहाल हुई है उसे, मुनीर के मुताबिक, उलटना जरूरी था. पहलगाम कांड की तैयारी उनके भाषण और इस हमले के बीच के एक सप्ताह में तो नहीं ही की गई, इसमें कई महीने नहीं तो कई सप्ताह जरूर लगे होंगे.