बाजार को 25 बेसिस अंकों की वृद्धि के चक्र पर विराम लगने की उम्मेद थी मगर रिजर्व बैंक ने ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया दूसरे देशों में भी केंद्रीय बैंक मुद्रा के मामले में कंजूसी बरत रहे हैं
धारा 45 और 63 यौन दुराचार के मामलों से निबटने के लिहाज से काफी अस्पपष्ट और अपर्याप्त हैं. ये धाराएं, और कोर्ट मार्शल की कमजोर कानूनी प्रक्रियाएं ऐसी हैं कि उनके मामले एएफटी या ऊंची अदालतों की जांच में विफल हो जाते हैं.
अडानी समूह के पास रिपोर्ट को खारिज करने का अवसर था. लेकन ठीक से स्पष्टीकरण न दे पाने से सिद्ध होता है कि वे हिंडनबर्ग के निष्कर्षों की सत्यता की पुष्टि करने में विफल रहे.
इतिहास के परिप्रेक्ष्य में देखें, तो दुनिया फिर अपने पुराने ढर्रे पर लौट आई है, और इस बार सिर्फ उसके कर्ताधर्ता बदल गए हैं. इसमें शक्ति-प्रदर्शन के विभिन्न रूप शामिल हैं
सीएम योगी आदित्यानाथ उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें जीतने तो अखिलेश यादव दलित, महिलाओं, पिछड़ों और मुसलमानों के दम पर भाजपा के शासन की अंत की बात कर रहे हैं.
एक अस्पताल में नौकरी करने वाला और सैलरी पाने वाला डॉक्टर और एक खुद की प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टर के लिए अलग-अलग प्रावधान क्यों है? यही सवाल हर दूसरे पेशे के लिए है.
अगर अखिलेश यादव सपा को सामाजिक न्याय के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं तो उन्हें नई शुरुआत करनी होगी. उनकी पार्टी के पिछले काम और विरासत से उन्हें कोई रास्ता नहीं मिलेगा.
बौद्ध महिलाओं की आवाज हमारे बीच से खो गई है. लेकिन नए शोध से पता चलता है कि व्यावसायिक और धार्मिक तौर पर वो काफी समृद्ध थीं और उन्होंने बौद्ध संघ की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया.
धर्मेंद्र प्रधान से लेकर भूपेंद्र यादव और शिवराज सिंह चौहान तक, जब पार्टी के टॉप पद के लिए किसी ऑर्गनाइज़ेशनल व्यक्ति को चुनने की बात आई, तो पीएम नरेंद्र मोदी के पास कई विकल्प थे.