भारत ने आरएसएस से जुड़े एक वकील और एक पूर्व सीपीआई मंत्री को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में देखा है. एक पूर्व सीजेआई भी दो बार कार्यवाहक राष्ट्रपति रह चुके हैं.
इस कॉलम में पढ़िए कि उस जनसंहार से पहले असम के एक पुलिसवाले के वायरलेस संदेश को किस तरह अनदेखा किया गया और कैसे हमें उसका सुराग मिला और कैसे हमने उसे ढूंढ निकाला.
खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में 5.7% से बढ़कर जनवरी में 6.5% हो गई, जो मुख्य रूप से खाद्य कीमतों से प्रेरित थी, जबकि भारत की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 2 साल के निचले स्तर 4.73% पर आ गई.
देश आजाद हुआ, तो खेती-किसानी के बुरे हाल के कारण देशवासियों के भरपेट भेजन का सवाल इतना जटिल था कि कोई भी केन्द्रीय मंत्री खाद्य मंत्रालय का प्रभार नहीं लेना चाहता था.
हार्वर्ड पेपर इस बारे में नहीं है कि कांग्रेस ने कब अपना नंबर वन का दर्जा खो दिया. यह इस बारे में है कि जब वे शीर्ष पर थे तो यह कैसा दिखता था और इसलिए बीजेपी को इस पर ध्यान देना चाहिए.
भारतीय वायुसेना के ज्यादातर तत्व अब भयावह हो रहे हैं. जो कुछ भी उपलब्ध है, उसी में ही ऑपरेशनल स्ट्रेटेजी को काम करना होगा. हालांकि, इसे एयरोस्पेस कहना अभी के लिए आकांक्षी है.
1925 में प्रकाशित गांधी की आत्मकथा बचपन से सार्वजनिक जीवन तक की कथा कहती है, लेकिन स्त्री-संसर्ग, ब्रह्मचर्य और नैतिक संघर्षों पर उनके आत्मस्वीकार एक अलग, असहज गांधी को सामने लाते हैं.
नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) पहलगाम आतंकवादी हमले के मामले में आज यानी सोमवार को आरोपपत्र दाखिल करेगा। अधिकारियों ने...