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Saturday, 23 August, 2025
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भारत के रणनीतिक स्तंभ डगमगा रहे हैं, लापरवाही की गुंजाइश नहीं

आधुनिक ‘समुद्र मंथन’ के बीच भारत के पास यह मौका है कि वह मजबूत और लचीला सुरक्षा ढांचा बनाकर दुनिया के मंच पर अपनी भूमिका नए सिरे से तय करे.

ज्ञानेश कुमार और राहुल गांधी के बीच की तनातनी से मोदी और BJP को क्यों चिंतित होना चाहिए

अगर मुख्य चुनाव आयुक्त और विपक्षी नेताओं के बीच रिश्ते बिगड़ते हैं, तो लोगों का चुनाव के नतीजों पर से भरोसा उठ सकता है. यह भारतीय लोकतंत्र के लिए सबसे बुरी स्थिति होगी.

भारत को ओवर-टूरिज़्म पर बात करनी चाहिए, इससे पहले कि बड़ा संसाधन सबसे बड़ा बोझ बन जाए

स्थानीय समुदाय क्यों किसी और के रोमांच को पूरा करने के लिए परेशानियां झेलें? ओवर-टूरिज़्म का असर अर्थव्यवस्था, समाज और उद्योग तक पहुंचता है.

क्या अब हम कह सकते हैं कि हमें भारत पर गर्व है? आंकड़े तो यही बताते हैं

जैसे-जैसे हम ‘आज़ादी का अमृत काल’ की ओर बढ़ रहे हैं, हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान याद रखने चाहिए और विकास की गति को और तेज़ करना होगा, ताकि सबको ऊर्जा और समृद्धि मिल सके.

म्यांमार में नया खेल रच रहा है चीन—भारत ने अब गियर नहीं बदला तो मैदान से बाहर होना तय

म्यांमार के मामले में भारत की नीति उसके जनरलों से निपटने और देश के विद्रोही समूहों व राजनीतिक संघर्षों से दूरी बनाए रखने की रही है. इसे बदलना होगा.

IAF बनाम PAF की रणनीति: पाकिस्तान आंकड़ों में उलझा रहा, भारत ने जोखिम उठाया और जीता

अब जबकि मई की 87 घंटे लंबी जंग में IAF और PAF दोनों ने एक-दूसरे के विमान गिराने का औपचारिक दावा किया है, तो बड़ा सवाल यह उठता है: क्या ऐसे आंकड़े वाकई मायने रखते हैं?

SIR पर राहुल के आरोप BJP को दे सकते हैं बढ़त, देशभर में मृत और प्रवासी वोटर हटाने का रास्ता साफ

राहुल गांधी और कांग्रेस अपने आरोपों पर कभी भी स्थिर नहीं रही है. वे अपनी हार की वजह अपने नेतृत्व की क्षमता और संगठन में ढूंढने के बजाय अलग-अलग प्रक्रियाओं में ढूंढते हैं. राहुल गांधी एक नेता की तरह नहीं, बल्कि गांव के मास्टर की तरह नजर आते हैं.

असीम मुनीर की ख्वाहिश—मिडिल ईस्ट का सरपरस्त बनना, लेकिन मुल्क में हार तय

आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान सेना को ऐसी राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखानी होगी, जो केंद्र के नेताओं को सीमावर्ती इलाकों से जोड़ सके. लेकिन शायद उसके पास इसके लिए जरूरी कल्पनाशक्ति न हो.

भारत के मिडिल क्लास के लिए कुत्ते इंसानों से ज्यादा मायने रखते हैं

जो लोग शिकायत करते हैं कि हमारी नगरपालिकाएं कुत्तों को ठीक से आश्रय नहीं दे पा रहीं, वे शरणार्थियों और राजनीतिक उत्पीड़न के शिकार लोगों को दिए जा रहे बदहाल आश्रयों पर क्यों चिंता नहीं करते?

वह भाषण जो पीएम मोदी को इस स्वतंत्रता दिवस पर देना चाहिए

पिछले 11 साल से नेहरू लगातार मेरे प्रयासों में अड़ंगा डालते रहे हैं और मेरी कई योजनाओं व अभियानों को नाकाम बना रहे हैं. मेरी अधिकतर पहलें असफल होने का कारण वही हैं.

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केरल में महिला को आग लगाने वाले व्यक्ति की मौत

कन्नूर, 23 अगस्त (भाषा) उत्तरी केरल के कन्नूर जिले में तीन दिन पहले एक महिला को आग के हवाले करने वाले 40 वर्षीय व्यक्ति...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.