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Friday, 14 June, 2024
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भारत की ‘पड़ोस सबसे पहले’ वाली नीति की 5 सफलताएं और विफलताएं — सरकार इसे कैसे प्रभावी बना सकती है

‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ में नई जान फूंकने के बाद ही एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और एकजुट क्षेत्र के अपने सपने को नई सरकार साकार कर सकती है. क्षेत्र में सुरक्षित और स्थिर वातावरण होगा तभी वह ‘विकसित भारत’ के अपने लक्ष्य को हासिल कर सकेगी.

BJP के नेताओं में बनावट और दब्बूपन दिखता है, अधिकांश नेता कुर्सी-नशीनी को आदि-अंत मानते हैं

सहज राजा अपने पूर्ववर्ती, प्रतिद्वंद्वी, या मातहत के प्रति ग्रंथि से मुक्त होता है. उसे किसी से अपनी चमक फीकी पड़ने का अंदेशा नहीं होता. नकली राजा हर बात से अपनी कमतरी दिखने के डर में रहता है. उसे अपना गुणवान मंत्री, मंत्री का अच्छा सचिव भी नागवार गुजरता है.

क्या UP में BJP को केजरीवाल ने हराया? आंकड़े बताते हैं कि योगी पर उनका बयान पार्टी के लिए भारी पड़ा

योगी नहीं बल्कि हो सकता है कि अंतिम के कुछ चरणों में उनके वोटर्स डर गए हों.

मुस्लिम वोटों की ताकत लौटती दिख रही, और इस बार हिंदुओं ने भी उनके साथ गठजोड़ किया है

मुस्लिम वोट भाजपा की सबसे बड़ी चिंता हैं. विरोधी पहले से ही सक्रिय हैं और कमियों की तलाश कर रहे हैं. यूपी को फिर से हासिल किए बिना, भाजपा की हार के धीरे धीरे बढ़ने की संभावना है.

लोकसभा में चंद्रशेखर आज़ाद की जीत क्या मायावती के बाद दलितों के नए नेता के उभार का संकेत है

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद का घर-घर जाकर प्रचार करना, संविधान को मुद्दा बनाना और दलितों और मुसलमानों को एकजुट करना, जिसने उन्हें नगीना निर्वाचन क्षेत्र में जीत दिलाई, मायावती खेमे में बेचैनी बढ़ा सकता है.

2024 में मुसलमानों के वोट — वक्त आ गया है कि हम कम बुरे से समझौता करना बंद करें

अधिकांश मुस्लिम धर्मगुरु और प्रमुख हस्तियां पहले की तुलना में इस बार मतदान पर चुप रहीं. मेरा मानना ​​है कि इस चुप्पी का उद्देश्य ध्रुवीकरण से बचना था.

जो लोग कहते थे कि लोकतंत्र मर गया है, ज़रा रुकिए! एक दशक बाद भारतीय राजनीतिक लीग में ‘खेल’ जारी है

नतीजों से तीन निष्कर्ष निकलते हैं: भारतीय राजनीति गठबंधन के अपने ढर्रे पर लौट आई है, नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को शिकस्त दी जा सकती है और कांग्रेस पुनर्जीवित हो गई है.

अग्निपथ खत्म भी कर दी जाती, तो भी सेना के पेंशन बिल में कमी लाने वाले सुधार करने ही होंगे

सेना में बढ़ते पेंशन बिल के मसले का 2022 में अग्निपथ योजना की घोषणा से पहले तक समाधान नहीं ढूंढा गया था. अब पेंशन के मद में खर्च को घटाने के जो उपाय किए जाएंगे उनका असर 15 साल बाद ही दिखेगा.

गिरती अर्थव्यवस्था, धर्म का चढ़ता नशा, बुरी सियासत—ग्रामीण पंजाब मानों पुराने वक्त की याद दिलाता है

पंजाब में कट्टरपंथ वापस आ गया है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां सिख ग्रामीण बहुसंख्यक हैं, और इस चुनाव में पांच प्रमुख राजनीतिक ताकतों में से तीन इसके साथ खेल रही हैं.

मोदी का एक के बाद एक इंटरव्यू, राहुल का भूल-चूक न करना, अमित शाह का उदय- 44 दिनों के चुनाव की 10 खास बातें

2024 का चुनाव एक उम्मीदवार केंद्रित चुनाव ही था. भाजपा अगर सिर्फ मोदी के नाम पर वोट मांग रही थी, तो मोदी ही एकमात्र प्रतिद्वंद्वी थे जिन्हें पूरा विपक्ष हराने में जुटा रहा.

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मोदी अगले कुछ महीने यह दिखाने में बिताएंगे कि वे काम करने वाले व्यक्ति हैं और नियंत्रण में भी हैं

अगर मोदी वाजपेयी शैली का एनडीए गठबंधन चलाना चाहते हैं, तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. अगर वे तथाकथित मोदी क्रांति की ओर लौटना चाहते हैं, तो गठबंधन मौजूदा शांति से कहीं ज़्यादा मुश्किल में है.

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अदालत ने चुनाव बाद हिंसा के पीड़ितों व शुभेंदु को राजभवन जाने की अनुमति दी

कोलकाता, 14 जून (भाषा) कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को आश्चर्य जताया कि क्या पश्चिम बंगाल के राज्यपाल 'नजरबंद' हैं। इसके साथ ही उसने...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.