अंतरिक्ष क्षेत्र में साल 2018 में भारत का बोलबाला रहा. सालभर हुए कुछ प्रमुख अंतरिक्ष कार्यक्रमों पर गौर करें तो भारत ने इस साल कई उपलब्धियां हासिल कीं.
अभिषेक क्लिफोर्ड, जो गैर सरकारी संगठन ‘रेस्क्यू 108’ के प्रमुख हैं, को ब्रिटिश मूल का माना जाता है और दावा किया जाता है कि इन्हें कई नामों से जाना जाता है।
सेलेब्रिटीज की आहार विशेषज्ञ रुजुता दिवाकर ने पिछले महीने ट्विटर पर एक हंगामे को जन्म दिया जब उन्होंने कहा कि आम का फल मधुमेह के लिए भयरहित है। यह उनके कई विवादास्पद दावों में एक और दावा था।
ऐप डेवलपर अदिति कमल बताती हैं कि यूएस ऐप बोलो मैसेंजर उनके और उसके पति द्वारा बनाया गया था जब वे अमेरिका में थे। यह उनकी बचत द्वारा वित्त पोषित एक स्टार्टअप था।
दशकों से भारतीय रक्षा उद्योग ‘देसी’ कलपुर्ज़े ही देता रहा है. इनमें से ज़्यादातर में बस आयातित पुर्जों की एसेंबलिंग की जाती है और आयात पर गहरी निर्भरता के ऊपर परदा डाल दिया जाता है.
पेरिस ओलंपिक्स में डिसक्वालिफाई होने के बाद फोगाट ने 2024 हरियाणा चुनाव लड़े और जुलाना से कांग्रेस विधायक बनीं. अब उनका लक्ष्य 2028 ओलंपिक्स में गोल्ड जीतना है.