वित्तमंत्री ने कहा कि 2024 तक हर घर में नल से पानी की आपूर्ति की जाएगी. लोगों को शुद्ध पीने का पानी भी मुहैया करवाना सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से एक है.
आप ने कहा कि इस बजट से न तो कोई रोजगार पैदा होगा और किसानों का भी कुछ नहीं होगा. पार्टी की लंबे समय से मांग रही है कि जिस अनुपात में दिल्ली वाले टैक्स देते हैं उस अनुपात में फंड मिले.
वित्त मंत्री ने भरोसा दिया कि सरकार देश की उच्च शिक्षा प्रणाली को विश्व की एक बेहतरीन शिक्षा प्रणाली बनाने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लेकर आएगी.
वित्तमंत्री ने कहा कि दस हजार नए किसान उत्पादक संगठन बनाए जाएंगे. भारत जिस तरह से दाल में आत्मनिर्भर हो गया है उसी तर्जपर हम तिलहन में भी कामयाबी हासिल करेंगे.
वित्त मंत्री ने आज देश का 89वां केंद्रीय बजट पेश किया. 2 घंटे 9 मिनट चले इस भाषण में सत्ता पक्ष ने निर्मला का उत्साहवर्धन करते हुए करीब 86 बार मेजें थपथपाईं.
आईआईएम के पूर्व छात्र नित्यानंद मिश्रा ने आईआईसी ( इंडिया इंटरनेशनल सेंटर) में बोलते हुए कहा हिंदी और उर्दू अलग-अलग भाषा हैं और उसको उसी लहजे में बोला जाना चाहिए.
जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में किसानों के लिए ‘एमएसपी’ की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन 2020-21 में नए कृषि कानूनों के खिलाफ चले आंदोलन की छाया मात्र है क्योंकि एमएसपी आज पहले की तरह प्रमुख मुद्दा नहीं रह गया है.