scorecardresearch
Saturday, 20 April, 2024
होमदेशहिंदू रीति-रिवाज अपनाने पर तृणमूल की सांसद नुसरत जहां मौलानाओं के निशाने पर

हिंदू रीति-रिवाज अपनाने पर तृणमूल की सांसद नुसरत जहां मौलानाओं के निशाने पर

फतवा ऑनलाइन के प्रभारी मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा कि मुसलमान किसी दूसरे धर्म की निशानी या गतिविधियों में भाग नहीं ले सकता है.

Text Size:

सहारनपुरः तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद व बंगाली फिल्मों की अभिनेत्री नुसरत जहां इन दिनों मौलानाओं के निशाने पर हैं. सिंदूर लगाने और मंगलसूत्र पहनने को लेकर उलेमाओं के निशाने पर आईं नुसरत जहां अब भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में भाग लेने पर एक बार फिर चर्चाओं में हैं. इस्कॉन द्वारा कोलकाता में जगन्नाथ रथयात्रा में विशेष आमंत्रण पर नुसरत ने अपने पति के साथ रथयात्रा में भाग लिया. इस पर फतवा ऑनलाइन के प्रभारी मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा कि मुसलमान किसी दूसरे धर्म की निशानी या गतिविधियों में भाग नहीं ले सकता है.

मजलिस इत्तेहाद-ए-मिल्लत के प्रदेशाध्यक्ष मुफ्ती अहमद गौड़ ने कहा, ‘नुसरत जहां अगर यह इकरार करें कि उन्होंने मुस्लिम धर्म छोड़ दिया है, तो फिर वह कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन अगर वह मुसलमान हैं तो मुस्लिम धर्म के अनुसार जिंदगी गुजारें और इस्लाम मजहब के हिसाब से इबादत करें. यदि वह किसी दूसरी तरह से इबादत करती हैं, तो वह गुनहगार हैं.’

जमीयत दावतुल मुसलिमीन के संरक्षक मौलाना कारी इसहाक गोरा ने कहा कि शरीयत के अनुसार, इस्लाम में रहते हुए मुसलमान केवल अल्लाह की इबादत कर सकता है.

वहीं दूसरी तरफ टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने कोलकाता में उनके खिलाफ फतवा जारी करने की खबरों पर कहा कि ‘मैं उन बातों पर ध्यान नहीं देती, जो निराधार हैं. मैं अपना धर्म जानती हूं. मैं जन्म से मुसलमान रही हूं और अब भी मुसलमान हूं. यह विश्वास के बारे में है. आपको इसे अपने दिल के अंदर महसूस करना होगा और अपने दिमाग में नहीं.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

इससे पहले भी देवबंद के धर्मगुरुओं ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां के खिलाफ साड़ी, सिंदूर और मंगलसूत्र पहनकर संसद में शपथ लेने पर फतवा जारी किया गया था. देवबंद के धर्मगुरुओं का कहना था कि मुस्लिम लड़कियों को सिर्फ मुस्लिम लड़कों से ही निकाह करना चाहिए.

मुस्लिम धर्मगुरु असद वसमी ने कहा था, ‘जांच के बाद पता चला कि नुसरत ने जैन धर्म के युवक से शादी की है. इस्लाम कहता है कि मुस्लिम की शादी मुस्लिम से होनी चाहिए.’

गौरतलब है कि नुसरत ने 19 जून को कारोबारी निखिल जैन से तुर्की में शादी की थी. वह पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से सांसद हैं. वह 3़5 लाख वोटों से जीती थीं.

 

share & View comments