सितंबर में 85 लाख रोजगार बढ़े, जो मार्च 2020 के कोविड कहर के बाद का अधिकतम आंकड़ा है. मुद्रास्फीति घटी है, निर्यात बढ़ा है और 100 करोड़ लोगों का टीकाकरण एक बड़ी उपलब्धि है.
मुंंबई में जहां पेट्रोल-डीजल के दाम क्रमश: 112.78 रुपये और 103.63 प्रति लीटर हो गये हैं, वहीं कोलकाता में 107.45 रुपये और 98.73 रुपये जबकि चेन्नई में यह क्रमश: 103.92 रुपये और 99.92 रुपये हो गया है.
सेंसेक्स में बजाज फाइनेंस को दो प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. इसके बाद इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, बजाज ऑटो, टाटा स्टील और एक्सिस बैंक का स्थान रहा.
सेंसेक्स में सबसे अधिक तीन प्रतिशत की बढ़त एलएंडटी में हुई. इसके अलावा टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, एचयूएल, एक्सिस बैंक और भारती एयरटेल भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे.
लगातार दूसरे दिन पोट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है. 0.35 प्रति लीटर इजाफे के साथ अब दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 105.84 हो गई और डीजल की कीमत 94.57 रुपये.
भारत सरकार ने 2025-26 तक राजकोषीय घाटे को कम कर 4.5 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य रखा है और अर्थव्यवस्था को वित्तीय रूप से मजबूती के रास्ते पर लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
चुनाव नतीजे पर चर्चा में प्रायः हर कोई केवल भाजपा के ‘आंकड़े’ की बात कर रहा है, लेकिन क्या हो अगर हम समीकरण को उलट दें और यह सवाल करें कि हारने वाले का प्रदर्शन कैसा रहा?